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क्या है साइबर क्राइम और इसके प्रकार, जानें भारत सरकार ने कैसे सतर्क रहने को कहा

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किसी भी अनवांटेड e mail और sms में दिए गए लिंक पर क्लिक करते समय सावधानी बरतें।
Untrusted website को ब्राउज न करें।

cyber crime
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आज के समय में लोग बहुत ज्यादा टेक्नीकली एडवांस्ड हो चुके है। घंटों का काम अब मिनटों में हो जाता है और ये सब कुछ इंटरनेट की वजह से संभव है। इंटरनेट एक माध्यम की तरह काम करता है जिसके जरीए हम बातचीत करते हैं या फिर किसी से कमयूनिकेट करते हैं। हालांकि, इंटरनेट जितना फायदेमंद है उतना ही नुकसानदायक भी है। इस टेक्नीकली एडवांस्ड जेनरेशन में अगर सबसे ज्यादा खतरा किसी चीज से है तो वो साइबर क्राइम है।

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साइबर क्राइम का नाम तो सबने सुना है लेकिन इसे लेकर लोगों में जागरूकता अब भी बहुत कम है। अगर आसान भाषा में समझें तो साइबर क्राइम एक ऐसा क्राइम है जिसमें फोन और इंटरनेट से कुछ अलग तरह के सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया जाता है जिससे किसी की जानकारी निकल सके। कभी-कभी इन सॉफ्टवेयर के जरीए उनके फोन, लैपटॉप से निजी डेटा चुराए भी जाते हैं।

साइबर क्राइम के प्रकार

साइबर क्राइम का मतलब सिर्फ किसी को ऑनलाइन आपत्तिजनक बातें बोलना नहीं है बल्कि इससे कहीं और ज्यादा है। साइबर क्राइम के भी बहुत से प्रकार है जैसे हेंकिंग, साइबर स्टॉकिंग यानी किसी की काम-क्रिया पर सोशली नजर तरीके से नजर रखना, साइबर बुल्लिंग यानी किसी पर ऑनलाइन कमेंट करना  किसी के डाटा को चोरी करना, किसी की जानकारी के साथ फेर बदल करना या फिर किसी की पर्सनल इंफॉर्मेशन को मिटाना इनमें ये सब शामिल है।

इनके अलावा साइबर क्राइम और कई तरीके से भी होता है जिसके बारे में यूजर्स को सतर्क रहने की जरूरत है। लोगों का रूख भी डिजिटलाइजेशन की ओर हो रहा है लेकिन साइबर अपराध भी उतनी ही तेजी से बढ़ रहा है। बीते दिनों ही भारत सरकार ने स्मार्टफोन ‘बेस्ट प्रैक्टिसेज’ पर एक एडवाइजरी जारी की है जिसका पालन करने और ध्यान में रखने से स्मार्टफोन यूजर्स ऑनलाइन सुरक्षित रह सकते हैं। इस एडवाइजरी में सोशल मीडिया या फिर स्मार्टफोन यूजर्स के लिए कई सुझाव दिए गए हैं जैसे किसी भी ऐप को डाउनलोड करने से पहले हमेशा उसके डिटेल, डाउनलोड्स नंबर, यूजर रिव्यू, एडिशनल इंफॉर्मेंशन सेक्शन की समीक्षा करनी चाहिए।

कभी भी साइड लोडेड ऐप्स इंस्टॉल करने के लिए “Untrusted Sources” चेकबॉक्स को चेक न करें।

किसी भी अनवांटेड e mail और sms में दिए गए लिंक पर क्लिक करते समय सावधानी बरतें।

Untrusted website को ब्राउज न करें। किसी भी वेबसाइट पर अपनी डिटेल्स शेयर ना करें।

वहीं लैपटॉप में अपडेटेड एंटीवायरस और एंटीस्पायवेयर सॉफ़्टवेयर इंस्टॉल और मेनटेन करके हमेशा रखें।

किसी भी साईट पर पर्सनल डिटेल या अकाउंट लॉगइन डिटेल्स जैसी चीजें भरने से पहले हमेशा साईट को वेरिफाई करें।

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