Modi Sir से Ghaziabad की रोशनी ने पूछा- हम परीक्षा को गंभीरता से लें या त्योहारों की तरह आनंद लें, PM ने दिया ये जवाब
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री ने आज परीक्षा पे चर्चा के 5वें संस्करण के दौरान दुनिया भर के स्टूडेंट्स, टीचर्स और पैरंट्स के साथ बातचीत की। पीएम मोदी ने इस दौरान छात्रों को कई गुरुमंत्र दिए। उन्होनें कहा समाज बेटियों के सामर्थ्य को जानने में अगर पीछे रह गया, तो वो समाज कभी आगे नहीं बढ़ सकता। मैंने ऐसी कई बेटियां देखीं, जिन्होंने मां-बाप के सुख और उनके बुढ़ापे की चिंता के लिए खुद ने शादी नहीं की और मां-बाप की सेवा में जिंदगी खपा दी। जो बेटा नहीं कर सकता वो बेटियों ने किया है।
जो बेटा नहीं कर सकता वो बेटियों ने किया
परीक्षा पे चर्चा करते हुए Modi Sir से Ghaziabad की रोशनी ने सवाल पूछते हुए कहा कि परीक्षा को गंभीरता से लें या त्योहारों की तरह उसका आनंद लें तो पीएम मोदी ने जवाब दिया जितना आइपैड, मोबाइल फोन के अंदर घुसने में आनंद आता है, उससे हज़ार गुना आनंद अपने भीतर घुसने का होता है। दिन भर में कुछ पल ऐसे निकालिए, जब आप ऑनलाइन भी नहीं होंगे, ऑफलाइन भी नहीं होंगे बल्कि इनरलाइन होंगे। जितना अपने अंदर जाएंगे, आप अपनी ऊर्जा को अनुभव करेंगे।
सरकार कुछ भी करे तो कहीं न कहीं से तो विरोध का स्वर उठता ही है
पीएम मोदी ने अपने संवाद में कहा ऑनलाइन पाने के लिए है और ऑफलाइन बनने के लिए है। मुझे कितना ज्ञान अर्जित करना है मैं अपने मोबाइल फोन पर ले आऊंगा, जो मैंने वहां पाया है ऑफलाइन में मैं उसे पनपने का अवसर दूंगा। ऑनलाइन का अपना आधार मजबूत करने के लिए उपयोग करें और ऑफलाइन में जाकर उसे साकार करना है।