Rishabh Pant Accident: बस ड्राइवर ने बयां कि हादसे की पूरी कहानी कहा, हमें लगा वो नहीं बचेगा…

ऋषभ पंत का एक्सीडेंट इतना भयावह था कि अगर वक्त बस ड्राइवर उनकी मदद नहीं करते तो पता नहीं क्या हो जाता । ऋषभ पंत का इलाज इस वक्त देहरादून के मैक्स अस्पताल में चल रहा है । पंत के एक्सीडेंट होने के बाद की पूरी कहानी घटना स्थल पर मौजूद बस ड्राइवर ने बताई है । आइए जानते है कि पंत की जान बचाने वाले बस ड्राइवर ने क्या कुछ कहा

बस ड्राइवर सुशील कुमार ने बताया कि ‘मैं हरियाणा रोडवेज में ड्राइवर हूं । मैं हरिद्वार से आ रहा था। जैसे ही हम नारसन के पास पहुंचे 200 मीटर पहले । मैंने देखा दिल्ली की तरफ से कार आई और तेज स्पीड में डिवाइडर से टकरा गई। टकराने के बाद कार हरिद्वार वाली लाइन पर आ गई। मैंने देखा कि अब बस भी टकरा जाएगी । हम किसी को बचा ही नहीं सकेंगें। क्योंकि मेरे पास 50 मीटर का ही फासला था। मैंने तुरंत सर्विस लाइन से हटाकर गाड़ी फर्स्ट लाइन में डाल दी। वो गाड़ी सेंकड लाइन में निकल गई। मेरी गाड़ी 50-60 की स्पीड में थी। मैंने तुरंत ब्रेक लगाया और खिड़की साइड से कूदकर गया.’
बस ड्राइवर सुशील ने बताया, ‘मैंने देखा उस आदमी (ऋषभ पंत) को। वो जमीन पर पड़ा था । मुझे लगा वो बचेगा ही नहीं। कार में चिंगारियां निकल रही थीं। उसके पास ही वो (पंत) पड़ा था। हमने उसे उठाया और कार से दूर किया। मैंने उससे पूछा- कोई और है कार के अंदर। वो बोला मैं अकेला ही था । फिर उसी ने बताया कि मैं ऋषभ पंत हूं। मैं क्रिकेट के बारे में इतना जानता नहीं। उसे साइड में खड़ा किया । उसके शरीर पर कपड़े नहीं थे, तो हमने अपनी चादर में उसे लपेट दिया। ‘
सुशील ने आगे कहा, ‘उसी ने हमें बताया था कि मैं क्रिकेटर ऋषभ पंत हूं। उसने कहा कि उसके पैसे भी गिर गए हैं। तो हमने आसपास पड़े उसके 7-8 हजार रुपये इकट्ठा किए और उसे दिए। मेरे कंडक्टर ने एंबुलेंस को फोन किया। मैंने पुलिस और नेशनल हाइवे को फोन लगाया। 15-20 मिनट के बाद एम्बुलेंस आ गई, तो उन्हें बैठाकर अस्पताल भेज दिया। वो खून से लथपथ था और लंगड़ाकर चल रहा था। हमने वीडियो नहीं बनाया. उसकी जान बचाना जरूरी समझा।’
वहीं अब इस सराहनीय काम के लिए बस के ड्राइवर और कंडक्टर को बड़ा इनाम मिला है। दरअसल, सुशील कुमार और परमजीत को पानीपत डिपो की तरफ से सम्मानित किया गया है । उत्तराखंड सरकार ने भी ऐलान किया है कि वह भी दोनों लोगों को सम्मानित करेगी । सरकार ने कहा है कि दोनों ने मानवता के लिए सराहनीय काम किया है । उनका सम्मान जरूर होना चाहिए ।