रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा पर पीएम को न्योता, विपक्ष को क्यों नहीं ?
Ram Mandir: अयोध्या में राम मंदिर की तैयारी ज़ोरों पर हैं. जल्द ही राम लला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा भी होने वाली है. जिसको लेकर मंत्रियों और नेताओं को आमंत्रण भेजने का सिलसिला भी शुरू हो गया है.
रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आमंत्रित किया गया है. जिसको लेकर अब कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं.
पीएम को न्योता
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने कहा, “निमंत्रण सिर्फ़ एक ही पार्टी को जा रहा है क्या? कौन-कौन पहुंचता है और कौन नहीं पहुंचता है, उस पर मैं टिप्पणी नहीं कर सकता हूं, लेकिन भगवान क्या सिर्फ़ एक पार्टी तक सीमित रह गए हैं? निमंत्रण देने हैं और उसमें अगर उत्साह और उल्लास सबका देखना है, तो सभी को आमंत्रित करना चाहिए.”
उन्होंने कहा, “आप इसको एक पार्टी का प्रोग्राम बना रहे हैं, क्या ये पार्टी का प्रोग्राम है? एक ही व्यक्ति विशेष का प्रोग्राम है? ये मेरी तो समझ में नहीं आता. भगवान तो सबके हैं ना.”
खुर्शीद ने कहा कि दूसरी सभी पार्टियों को प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में बुलाया जाना चाहिए था.
इससे पहले बुधवार को राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके दिल्ली स्थित आवास पर मुलाकात की थी.
पदाधिकारियों ने पीएम मोदी को रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का निमंत्रण दिया.
यह कार्यक्रम, 22 जनवरी, 2024 को होना है.
Ram Mandir- कमलनाथ ने भी उठाए सवाल
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने कहा, “ये तो ऐसे राम मंदिर की बात कर रहे हैं कि जैसे ये भारतीय जनता पार्टी का मंदिर हो. राम मंदिर हमारा देश का मंदिर है. हमारे सनातन धर्म का बहुत बड़ा चिन्ह है. ये किसी पार्टी है क्या?”
Ram Mandir- पीएम तो जाएंगे ही- राउत
प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम पर शिवसेना(उद्धव ठाकरे गुट) के नेता संजय राउत ने भी प्रतिक्रिया दी.
उन्होंने कहा कि आगामी चुनावों की तैयारी के लिए भारतीय जनता पार्टी ऐसा कर रही है.
संजय राउत ने कहा, “मोदी जी को निमंत्रण देने की जरूरत ही नहीं है. मोदी जी खुद ही जाएंगे. प्रधानमंत्री हैं, वे जाएंगे ही. इतना बड़ा इवेंट कौन छोड़ेगा. राम मंदिर तो होना ही था, हो रहा है. हजारों कारसेवक उसमें शहीद हुए हैं. उस वक्त सभी हिंदुत्ववादी संगठन और पार्टियां शामिल थीं, शिवसेना थी, बजरंग दल था, विश्व हिंदू परिषद थी.”
“रथयात्रा भी निकाली थी आडवाणी साहब ने. ये सबका परिणाम है कि मंदिर बन रहा है. लोगों ने खून बहाया, जेल में गए, मुकदमे चल रहे हैं अभी भी लोगों पर. मोदी जी जाएंगे और राम मंदिर में पूजा करेंगे. मुझे लगता है कि चुनाव आ रहे हैं, ये उसकी तैयारी है.”