सपा छोड़ने की अटकलों के बीच जानिए विवादित बयानों के ‘आज़म’ से जुड़ी 10 बातें
रामपुर: यूपी सरकार में दो बार कैबिनेट मंत्री और सपा के विधायक रह चुके मोहम्मद आज़म खान (Azam Khan) का जन्म उत्तर प्रदेश के रामपुर में 14 अगस्त 1948 में हुआ। खान ने 1974 में कानून में स्नातक की डिग्री ली। उन्होनें 1981 में तज़ीन फात्मा से शादी की और उनके दो बेटे हैं। राजनीति में आने से पहले, उन्होंने एक वकील के रूप में काम किया। उनके बेटे अब्दुल्ला आज़म खान 2017 से 2019 तक सुआर से विधायक रहे।
Azam Khan ने 1974 में कानून में स्नातक की डिग्री ली
खान वर्तमान में समाजवादी पार्टी के सदस्य
आज़म खान (Azam Khan) नौ बार रामपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक रह चुके हैं। वह उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री भी थे। खान वर्तमान में समाजवादी पार्टी के सदस्य हैं, लेकिन 1980 और 1992 के बीच चार अन्य राजनीतिक दलों के सदस्य रहे हैं। आजम खान दो साल से भी ज्यादा समय से सीतापुर जेल में बंद हैं, वह समाजवादी पार्टी के अहम नेता माने जाते हैं।
नौ बार रामपुर विधानसभा क्षेत्र से रह चुके विधायक
Azam Khan समाजवादी पार्टी में एक पद धारक भी थे लेकिन 17 मई 2009 को उन्होंने पार्टी के महासचिव पद से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि 15 वें लोकसभा चुनावों के दौरान सपा पार्टी की उम्मीदवार जयाप्रदा और आसपास के विवादों के कारण उनका पार्टी में संकट पैदा हो गया और 24 मई 2009 को उनका कहना है कि उन्हें छह साल के लिए निष्कासित कर दिया गया था हालांकि पार्टी प्रमुख ने दावा किया कि उन्होंने खुद Resign दिया था।
17 मई 2009 को पार्टी के महासचिव पद से दिया था Resignation
सपा पार्टी ने बाद में अपने निष्कासन को रद्द कर दिया और वे 4 दिसंबर 2010 को फिर से जुड़ गए। 2014 में अपनी सफल जीत के बाद, खान को 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए Samajwadi Party द्वारा रामपुर निर्वाचन क्षेत्र से टिकट दिया गया, जहां पर वह BJP की उम्मीदवार जयाप्रदा को हराकर विजय हुए।
जानें Azam Khan के विवादित बयान
1.आज़म खान का नाम विवादों में तब आया था जब दादरी हत्याकांड पर विवादित बयान देते हुए कहा था कि गो भक्त आज के बाद किसी भी होटल के मीनू में बीफ का दाम न लिखने दें। अगर ऐसा होता है तो सभी फाइव स्टार होटल को बाबरी मस्जिद जैसे तोड़ दिया जाए।
2.PM मोदी के एक बयान को लेकर Azam Khan ने विवादित बयान देते हुए कहा था कि कुत्ते के बच्चे के बड़े भाई हमें तुम्हारा गम नहीं चाहिए। पीएम ने इंटरव्यू में एक सवाल का जवाब देते हुए कहा था कि अगर उनकी कार के नीचे कुत्ते का बच्चा भी आ जाता है तो उन्हें दुख होता है।
कुत्ते के बच्चे के बड़े भाई हमें तुम्हारा गम नहीं चाहिए
3.आज़म के इस बयान को लेकर काफी विवाद हुआ था, उन्होनें कहा था 2013 में कारगिल युद्ध पर तीखा बयान देते हुए कहा था कि कारगिल पर फतह दिलाने वाले सेना के जवान हिंदू नहीं मुस्लिम थे।
4.2014 के लोकसभा चुनाव में खान ने भड़काऊ बयाने देते हुए बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा था कि 302 का अपराधी गुंडा नंबर वन शाह यूपी में दशहत फैलाने आया है।
5.बदांयू के एक कार्यक्रम में Azam ने महिलाओं के बारे में कई आपत्तिजनक टिप्पणी की। उन्होंने कहा है कि गरीब घरों की महिलाएं यार के साथ नहीं जा सकती, लिहाजा ज्यादा बच्चे पैदा करती हैं।
6.2013 में मुजफ्फरनगर दंगों में आज़म का नाम काफी उछला था। एक न्यूज चैनल के स्टिंग ऑपरेशन ने अखिलेश सरकार को कठघरे में खड़ा किया था, स्टिंग में सामने आया था कि पुलिस अफसर पर दबाव डालकर दंगा करने वाले दोषियों को जेल से छुड़वाया गया।
7.समाजवादी पार्टी में खान एक पद धारक भी थे लेकिन 17 मई 2009 को उन्होंने पार्टी के महासचिव पद से इस्तीफा दे दिया था।
8.दो साल से भी ज्यादा समय से आजम सीतापुर जेल में बंद हैं।
9. हिन्दू और मुसलमानों के बीच दंगा कराने का भी आरोप इन पर लग चुका है।
10.खान पर भूमि अतिक्रमण और आपराधिक धमकी से संबंधित 80 कानूनी मामले दर्ज हैं।
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