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सुनो… सुनो… सुनो यूपी को मज़हबी दंगों की आग में झोंकने की साज़िश हुई पर्दाफाश, हिंदी खबर ने झूठ से उठाया पर्दा

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यूपी का माहौल ख़राब करने का ताना बाना बुना जा रहा था।  हम आपको कुछ बताएं इससे पहले ये वीडियो देख लीजिए आप (नमाज़ वाला वीडियो) ये वीडियो ऐशबाग लखनऊ के मालवीय नगर स्थित शिशु भारतीय विद्यालय का है। इस वीडियो में दिखाया जा रहा है कि पूजा नाम की एक छोटी सी बच्ची को पहले भारत माता बनाया गया, उसके बाद भारत माता का मुकुट उतार कर उससे नमाज़ पढ़वाई जा रही है।

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मिली जानकारी के मुताबिक इस वीडियो को उपेन्द्र दीक्षित नाम के ट्वीटर हैंडल से जैसे ही ट्वीट किया गया मानों सूबे में नफरत की आग सी फैल गई। इसी की आड़ में भारत माता के अपमान और गज़बा-ए-हिन्द जैसी भड़काऊ बातें फैलाई जाने लगीं। लोगों का गुस्सा बढ़ता देख, “हिन्दी ख़बर” की संपादकीय टीम ने इस वीडियो की की जांच पड़ताल करते हुए हमारे लखनऊ संवाददाता लाल चन्द ने स्कूल मैनेजमेन्ट से बात की जब बात की तो कहानी तो कुछ और ही निकली।

स्कूल मैनेंजमेन्ट ने किया बड़ा खुलासा

स्कूल मैनेजमेन्ट ने इस आधी-अधूरी क्लिप का पूरा वीडियो हमारे संवाददाता को दिखाया । इस वीडियो में साफ-साफ देखा जा सकता है कि पूजा नाम की एक बच्ची को पहले भारत माता के किरदार में स्टेज पर लाया जाता है। उसके बाद कुछ हिन्दू धर्मावलंबी भारत माता की पूजा करते हैं। दूसरे नंबर पर मुस्लिम बच्चे आते हैं और वो भारत माता का मुकुट उतार कर ज़मीन पर रख देते हैं,

उसके बाद भारत माता तो नमाज़ पढ़वाने की मुद्रा में बैठा देते हैं। तीसरे नंबर सिख बने बच्चे आते हैं और वो भारत माता को गुरूद्वारे में अरदास और शबद कीर्तन की मुद्रा में बैठा देते हैं। सबसे आखिर में ईसाई धर्म के बच्चे आते हैं और भारत माता को खड़ा करके उन्हें प्रभु यीशू की तरह सूली पर चढ़ा हुआ दिखाया जाता है।

देखा जाए तो ऐसे नाटकों का मंचन स्कूलों में होने वाली एक बहुत सामान्य सी प्रक्रिया है। मगर ये इतना ही होती तो ठीक था, तो स्टेज प्ले की कॉन्टीन्यूटी और क्रिएटिविटी के चक्कर में स्कूल मैनेजमेन्ट ये भूल गया कि भारत माता के मुकुट को उतार कर ज़मीन पर रखना और फिर उन्हें घुटनों के बल ज़मीन पर बैठाना राष्ट्र-गौरव अपमान-निवारण अधिनियम, 1971 के तहत गंभीर तरह का अपराध है। इसके लिए तीन साल तक की कैद और जुर्माना की सज़ा भी हो सकती है।

कब सुलझेगी फसाद की जड़?

मामले की हकीकत क्या है ये तो लखनऊ पुलिस और योगी सरकार जाँच के बाद पुख्ता तौर पर बता पाएगी। प्रथम दृष्टया भारत माता का मुकुट हटा कर नमाज़ पढ़वाने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर धुएं की तरह वायरल हो रहा है। ज़ाहिर तौर पर इससे लोगों की भावनाएं भड़कना लाज़मी था। लोगों में गुस्सा भड़कना शुरू भी हो गया था मगर “हिन्दी ख़बर” ने अपने पत्रकारिता धर्म का निर्वहन करते हुए मामले की ना सिर्फ पड़ताल पूरी की है बल्कि लोगों से अपील भी करता है कि किसी भी प्रकार के बहकावे और उकसावे में ना आएं। यूपी समेत देश का माहौल ख़राब होने से बचाएं। यही सच्चे मायनों में स्वतन्त्रता दिवस का सच्चा संकल्प होगा।

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