Libya: मृतकों की संख्या में हुआ संशोधन, अभी भी बदल सकता है आंकड़ा

Libya: मृतकों की संख्या में हुआ संशोधन, अभी भी बदल सकता है आंकड़ा
संयुक्त राष्ट्र ने पिछली अवधि की तुलना में लीबिया में बाढ़ से मारे गए लोगों की संख्या में संशोधन किया है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, लीबिया के डर्ना शहर में बाढ़ के परिणामस्वरूप 3,958 लोग मारे गए। आपको बता दें कि मानवीय मामलों के समन्वय के लिए संयुक्त राष्ट्र कार्यालय ने पहले मरने वालों की संख्या 11,300 होने का अनुमान लगाया था। संयुक्त राष्ट्र ने विश्व स्वास्थ्य संगठन के हवाले से ताजा आंकड़े पेश किए। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार , 9 हजार लोग अभी भी लापता माने जा रहे हैं।
संयुक्त राष्ट्र ने बताई संशोधन की वजह
संयुक्त राष्ट्र ने लीबियाई रेड क्रिसेंट का हवाला देते हुए मरने वालों की संख्या 11,300 होने का अनुमान लगाया है। यू.एन. महासचिव फरहान हक ने कहा कि उन्होंने विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों की भी पुष्टि की है। उसी समय, लीबियाई रेड क्रिसेंट ने घोषणा की, कि उसने कभी भी इतनी अधिक मृत्यु दर प्रकाशित नहीं की थी। फरहान हक ने कहा कि आंकड़ों में संशोधन की जरूरत है क्योंकि दुनिया के कई हिस्सों में आपदाएं हो रही हैं और इसी वजह से यह भ्रम पैदा हुआ है। उन्होंने यह भी कहा कि लीबिया की बाढ़ में मारे गए लोगों की संख्या में अभी भी बदलाव हो सकता है।
दुनियाभर से मिल रही लीबिया को सहायता
वहीं बाढ़ के बाद लीबिया के डेर्ना में राहत और बचाव कार्य तेजी से किए जा रहे हैं। हेलीकॉप्टर्स से समुद्र में शवों की खोज की जा रही है। डेर्ना की जनसंख्या करीब 1,20,000 है और बाढ़ के चलते लगभग पूरा शहर बह गया था। बताया जा रहा है कि शहर के दक्षिण में स्थित दो बांधों के टूटने के चलते यह बाढ़ आई और लोगों को अपने साथ बहाकर ले गई। संयुक्त राष्ट्र ने बताया है कि लीबिया की मदद के लिए सात करोड़ यूएस डॉलर की आर्थिक मदद चाहिए होगी और इसके लिए उसने दुनियाभर के देशों से अपील की है। डब्लूएचओ ने पूर्वी लीबिया में रहने वाले करीब ढाई लाख लोगों के लिए आपातकालीन सहायता भेजी है।