जिंदगी से जंग लड़ रहे हैं शौर्य चक्र से सम्मानित ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह, पहले भी दे चुके हैं मौत को मात

Group Captain Varun Singh
नई दिल्ली: बुधवार का दिन मीडिया हेलिकॉप्टर क्रैश की ख़बरो से भरा रहा। सारा देश जैसे कह रहा था कि कोई अनहोनी न हो। लेकिन नियति के सामने इंसान की नहीं चलती। शाम होते-होते भारतीय वायु सेना ने ट्वीटर के माध्यम से सीडीएस जनरल बिपिन रावत के मौत की आधिकारिक पुष्टि कर दी।
वायु सेना ने ट्वीट कर बताया कि ‘बेहद अफसोस के साथ बताना पड़ रहा है कि जनरल बिपिन रावत, श्रीमती मधुलिका रावत और हेलीकॉप्टर में सवार 11 अन्य लोगों की हेलिकॉप्टर दुर्घटना में मृत्यु हो गई है’।
वायु सेना ने एक और ट्वीट में बताया कि ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का चोट के कारण वेलिंगटन के मिलिट्री हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है।
बता दें ये वही ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह हैं जिन्हें इसी साल 15 अगस्त को शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था।
दरअसल 12 अक्टूबर 2020 को विंग कमांडर(तब) वरुण सिंह लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट के साथ उड़ान पर थे। तभी अचानक विमान में खराबी आ गई। अब ऐसी परिस्थिति में उनके सामने विमान से कूदने के अलावा कोई चारा न था लेकिन उस समय वो किसी रिहायशी इलाके के ऊपर से गुजर रहे थे जिसके कारण उन्होंने अपनी जान दांव पर लगा कर विमान को सुरक्षित इलाके में उतारा।
उनके इस अदम्य साहस के कारण 15 अगस्त को राष्ट्रपति के द्वारा शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया।
उसके बाद वरुण सिंह नीलगिरी हिल्स में बतौर टेस्ट पायलट नियुक्त थे। फिलहाल घटना के समय वरुण सिंह ग्रुप कमांडर के तौर पर काम कर रहे थे।