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Faridabad News: NGO की आड़ में बच्चों को बेचने वाले रैकेट का पर्दाफाश

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नई दिल्ली। बल्लभगढ़ में बच्चों की खरीद-फरोख्त करने के आरोप में मुख्यमंत्री उड़नदस्ते की टीम ने एक एनजीओ उड़ान की संचालिका समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान डॉ. हिना माथुर और साथी पवन शर्मा के रूप में हुई है। आरोपी गरीब परिवारों से संपर्क करके उन्हें अच्छी परवरिश का झांसा देकर एक से दो लाख में नवजात शिशुओं को बेच देते थे। 

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एनजीओ संचालिका डॉ. हिना को कई पुरस्कार मिल चुके हैं। क्राइम ब्रांच-65 ने दोनों को अदालत में पेश कर दो दिन की रिमांड पर लिया है। इससे अन्य मामलों का खुलासा हो सकता है। मुख्यमंत्री उड़नदस्ते को सूचना मिली थी कि उड़ान वेलफेयर नामक संस्था की संचालिका डॉ. हिना माथुर और साथी पवन शर्मा गरीबों के बच्चे को अच्छी परवरिश का झांसा देकर लाखों रुपये में बेच देते हैं। 

आरोपी 15 दिन के नवजात का सौदा करने वाले हैं। इस पर मुख्यमंत्री उड़नदस्ते के उप निरीक्षक सतबीर सिंह और महिला एएसआई राजेश ने दंपती बनकर हिना व पवन से बच्चे के लिए बातचीत की। हिना माथुर व पवन शर्मा ने नवजात (बच्ची) के लिए डेढ़ लाख रुपये की मांग की। बाद में सौदा एक लाख रुपये में तय हुआ। 

इसके बाद सिंचाई विभाग के एसडीओ राजकुमार को बतौर ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया। उप निरीक्षक सतबीर सिंह ने हिना माथुर से संपर्क करके नवजात देने के बारे में समय व स्थान निर्धारित किया, जिस पर हिना माथुर ने सेक्टर-8 स्थित सर्वोदय अस्पताल के सामने मिलने की बात कही। सर्वोदय अस्पताल की कैंटीन में बुलाया और नवजात को कुछ देर में देने की बात कही। 

कुछ देर बाद हिना माथुर व पवन शर्मा कार में नवजात बच्ची को लेकर अटल पार्क आए। हिना ने राजेश को नवजात दे दिया। इसी दौरान मुख्यमंत्री उड़नदस्ते की टीम ने भाटिया कॉलोनी निवासी पवन शर्मा व पर्वतीया कॉलोनी निवासी हिना माथुर को पकड़ लिया। आरोपी नवजात को आर्य नगर निवासी वंदना से अच्छी परवरिश करने का झांसा देकर लाए थे। 

क्राइम ब्रांच 65 के इंचार्ज एसआई भ्रम पाल ने बताया कि पवन की जवाहर कॉलोनी में प्लास्टिक की फैक्ट्री है व हिना उड़ान एनजीओ चलाती है। एनजीओ में 11 सदस्य है। हिना माथुर के पति सोनीपत में एक निजी कंपनी में काम करता है। 

तीन महीने तक चलाया स्कूल
मिली जानकारी के अनुसार एनजीओ का पंजीकरण गुजरात के एक वकील ने कराया था। हालांकि पुलिस इसकी जांच करेगी है। आरोपी एनजीओ संचालिका अपने घर जवाहर कॉलोनी से एनजीओ संचालित करती थी। उसका एक सात साल का बेटा है। कोसी यूपी निवासी हिना की शादी जवाहर कॉलोनी में हुई है। पैसे के लेनदेने के बारे में डॉ. हिना व पवन को जानकारी रहती है।

सदस्यों के अनुसार ये लोग निजी संस्थाओं व लोगों से चंदा लेते है। हालांकि अन्य डोनेशन के बारे में सदस्यों को जानकारी नहीं है। सदस्यों के अनुसार 1100 बच्चों को सहयोग एनजीओ करती है। बापूनगर व डबुआ में तीन महिला के लिए स्कूल भी खोला था और बाद में बंद कर दिया। पुलिस का कहना है कि पूछताछ में अन्य बातों का खुलासा होगा।

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