
केंद्र और प्रदेश सरकार ने पूर्वांचल के साथ ही कुशीनगर को एक बड़ी सौगात दी है। प्रदेश सरकार ने कुशीनगर में महात्मा बुद्ध कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय स्थापित करने का निर्णय लिया है। मैत्रेय परियोजना के लिए अधिकृत की गई 390 एकड़ की जमीन पर महात्मा बुद्ध कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय बनाने का फैसला लिया गया है।
बता दें कि आगामी 7 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस विश्वविद्यालय की आधारशिला रखेंगे। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुशीनगर को कई अन्य विकास योजनाओं की सौगात देंगे। भगवान बुद्ध के महापरिनिर्वाण स्थल कुशीनगर में बनने वाले इस विश्वविद्यालय की अनुमानित लागत 750 करोड़ रुपए बताई जा रही है। इस विश्व विद्यालय के बनने से जहां कुशीनगर का समूचा विकास होगा। वहीं कृषि के क्षेत्र में कैरियर बनाने वाले छात्रों को भी कृषि की उच्च शिक्षा के लिए कहीं अन्य जगह नहीं जाना पड़ेगा।
बौद्ध धर्म के सबसे पवित्र स्थल कुशीनगर में महात्मा बुद्ध कृषि एवम् प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय बनने की घोषणा के बाद स्थानीय लोगों में खासा उत्साह है लोगों का कहना है की विश्वविद्यालय बनने से जहां कुशीनगर का विकास होगा तो वही कृषि के क्षेत्र में अपना भविष्य संवारने वाले छात्रों को किसी और प्रदेश का रुख नहीं करना पड़ेगा।
( कुशीनगर से शिवाकांत पाण्डेय की रिपोर्ट)
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