बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाला: ED की कार्रवाई का सिलसिला जारी, पार्थ चटर्जी के एक और करीबी के घर पड़ी ED की रेड

पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले में आरोपी पार्थ चटर्जी की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही है। बता दें पार्थ चटर्जी के एक और करीबी के घर गुरुवार को ED ने छापेमारी की है। जांच एजेंसी ने साउथ कोलकाता के एक अपार्टमेंट का ताला तोड़ अपनी कार्रवाई शुरू की।
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शिक्षक भर्ती घोटाले में 23 जुलाई को सबसे पहले कार्रवाई की गई थी। इस कार्रवाई में अब तक पार्थ चटर्जी, अर्पिता मुखर्जी, पूर्व मंत्री परेश अधिकारी और MLA मनिक भट्टाचार्य के कुल 11 ठिकानों पर रेड पड़ चुकी है। वहीं, अर्पिता से जुड़े ठिकानों पर छापेमारी में करीब 50 करोड़ रुपए कैश और लगभग 5 किलो सोना भी बरामद किए जा चुके हैं। जांच एजेंसी का दावा है कि यह रकम शिक्षक भर्ती घोटाले में कमाए गए हैं।
कोलकाता की एक विशेष अदालत में बीते बुधवार को पार्थ और अर्पिता को ED की हिरासत में भेजने की मांग की गई। इसके बाद दोनों को 5 अगस्त तक जांच एजेंसी की हिरासत में भेज दिया गया। ED ने अदालत में कहा था कि पार्थ जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं।
अब तक कार्रवाई में क्या-क्या हुआ
22 जुलाई- ED की टीम ने पार्थ चटर्जी के घर छापेमारी की। वहीं पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के घर से 22 करोड़ बरामद किए।
23 जुलाई- मनी लॉंन्ड्रिंग के मामले में पार्थ गिरफ्तार हुए। PMLA कोर्ट में पेशी के बाद पार्थ 2 दिन की कस्टडी में गए।
24 जुलाई- पार्थ को स्वास्थ्य के कारण थोड़ी राहत मिली थी जिसे ED ने हाईकोर्ट में चुनौती दी। फिर 3 अगस्त तक के कस्टडी में गए पार्थ।
25 जुलाई- भर्ती हुए शिक्षकों ने पार्थ की गिरफ्तारी के विरोध में प्रदर्शन किया।
27 जुलाई- ED ने अर्पिता मुखर्जी के एक और ठिकाने पर 18 घंटे तक छापेमारी की जिसके बाद 28 करोड़ रुपए कैश और लगभग 5 किलो सोना बरामद किया गया।
28 जुलाई- मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंत्रिमंडल की बैठक बुलाई और पार्थ को मंत्री पद से हटाया गया।
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