Ayodhya: रामलला को उपहार, 80 किलो की तलवार

Ayodhya: लंबे इंतजार के बाद अयोध्या में बने भव्य राममंदिर में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम संपूर्ण हुआ। प्राण प्रतिष्ठा के एक दिन बाद यानी 23 जनवरी को मंदिर आम जनता के लिए खोल दिया गया। मंदिर खुलते ही वहां भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। प्राण प्रतिष्ठा से पहले जहां भक्तों का रामलला को उपहार देने का सिलसिला जारी था वो अब भी चल रहा है। महाराष्ट्र से रामलला के दर्शन करने आए कुछ भक्तों ने रामलला को 80 किलो की तलवार उपहार में दी है।
पौष पूर्णिमा पर अयोध्या में उमड़ी भक्तों की भीड़
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद 25 जनवरी 2024 को पहला महास्नान हुआ, जिसमें भक्तों ने सरयू में आस्था की डुबकी लगाई। यह मंदिर की स्थापना के बाद वहां की पहली पौष पूर्णिमा है। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के काशी, प्रयागराज और उत्तराखंड के हरिद्वार में गंगा स्नान करने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ती है, लेकिन इस बार अयोध्या में भी बहुत से भक्त गंगा स्नान करने पहुंचे।
80 किलो की तलवार
लंबी लाइन में खड़े होकर काफी संघर्षों के बाद भी भक्तों ने रामलला को दान किया और वो भी दिल खोल कर दान किया। मंगलवार 23 जनवरी को मंदिर आम जनता के लिए खोला गया था और बुधवार 24 जनवरी की सुबह तक मंदिर को 3.17 करोड़ का दान भक्तों के द्वारा मिल चुका था। उसके बाद भी दान करने का सिलसिला है। प्राण प्रतिष्ठा से पहले काफी भक्तों नेरामलला को अनोखा उपहार दिया इसी क्रम में महाराष्ट्र से एक भक्त ने रामलला को एक 7 फुट लंबी और 3 इंच चौड़ी विशेष तलवार भेंट की है।
रामजन्मभूमी तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने स्वीकार किया उपहार
इस भव्य तलवार का वजन आठ सौ किलो है। कहा जा रहा है की अगर इस तलवार से किसी लकड़ी पर भी वार किया जाए तो उसके टुकड़े हो सकते हैं। फिल्हाल रामजन्मभूमी तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने उस उपहार को स्वीकार कर लिया है और उसे मंदिर में रखवा दिया है।