नोएडा में एंटी-रेबीज़ वैक्सीन का संकट बढ़ा, जिला अस्पताल में मारामारी

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यदि आपको कुत्ते या बंदर काट ले तो कृपया खुद ही रेबीज का टीका लगवाएं। क्योंकि जिलेभर में रेबीज टीकों की कमी हो गई है। आपूर्ति की कमी के कारण सभी स्वास्थ्य केंद्रों में टीकाकरण रोक दिया गया है, लेकिन क्षेत्रीय अस्पतालों में बढ़ती भीड़ के कारण केवल दो दिनों की आपूर्ति शेष है। वैक्सीन सप्लाई की स्थिति ऐसी है कि दोनों में से एक कंपनी ने वैक्सीन देने से इनकार कर दिया है। अन्य कंपनियां रविवार तक डिलीवरी करना चाहती हैं।

स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि यह संकट करीब पांच दिनों से जारी है यह जानकारी 30 सितंबर को सीएमओ कार्यालय को भी भेज दी गई थी। वहीं, फार्मास्युटिकल कंपनियों के व्यवसायों से भी वैक्सीन की मांग की गई थी। फिर भी वैक्सीन बुधवार को सीएचसी नहीं पहुंची। सबसे ज्यादा संकट सीएचसी बंगेल, सीएचसी डाढ़ा, सीएचसी बिसाक और सीएचसी ममरा पर है।

डॉ. अमित कुमार शर्मा ने बताया कि क्षेत्र में हर महीने लगभग 10,000 टीकाकरण किए जाते हैं। एक शीशी से चार खुराकें दी जा सकती हैं। ऐसे में करीब 2500 शीशियों की जरूरत है। इसका लगभग 10% बफर स्टॉक में रहता है। यदि आपूर्ति की कोई समस्या है तो बफर गोदाम से डिलीवरी की जाएगी। ऐसे में संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कंपनियों से संपर्क करने का प्रयास रविवार तक जारी रहेगा।

सीएचसी पर किया मना

राम सिंह बुधवार को बंदर के काटने के बाद रेबीज का टीका लगवाने ममरा सीएचसी पहुंचे। जांच के बाद डॉक्टरों ने उसे टिटनेस का टीका लगाया, लेकिन रेबीज के इलाज के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। संक्रमण के खतरे को भांपते हुए, वह रेबीज के इलाज के लिए उस दोपहर शहर के अस्पताल में गए। उन्हीं की तरह अदनान और पुनित भी सीएचसी बांगर से लौटकर टीकाकरण के लिए जिला अस्पताल पहुंचे।

जिला अस्पताल में रेबीज के मरीजों की संख्या काफी बढ़ गई है। जब तक हमारे पास आपूर्ति है, हम मरीजों का टीकाकरण करना जारी रखेंगे। फार्मास्युटिकल कॉरपोरेशन ने भी वैक्सीन की मांग जताई है।

-चिकित्सक। रेनू अग्रवाल, सीएमएस, जिला अस्पताल

सभी सीएचसी अधिकारी सीधे रेबीज वैक्सीन का अनुरोध कर सकते हैं; यह पूरी तरह से उनकी जिम्मेदारी है। मैं एंटी-रेबीज़ संकट के बारे में कुछ नहीं कह सकता।

-चिकित्सक। सुनील कुमार शर्मा, सीएमओ

बढ़ रहे हैं कुत्तों के काटने के मामले

नोएडा और ग्रेटर नोएडा में कुत्तों के काटने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। ऐसे में एंटी रेबीज दवाओं की मांग बढ़ गई है। इसी सप्ताह नोएडा सेक्टर 53 के एक पार्क में टहलते समय एक बच्चे को कुत्ते ने काट लिया। नोएडा के सेक्टर 168 स्थित गोल्डन पाम सोसायटी में तीन आवारा कुत्तों ने एक युवक पर हमला कर दिया। केप टाउन सोसायटी में कुत्ते के काटने के मामले भी सामने आए हैं। ग्रेटर नोएडा में सेक्टर 137 स्थित पारस टियारा सोसायटी में एक कुत्ते ने एक व्यक्ति को काट लिया।

कंपनी ने कहा कि वह रविवार तक डिलीवरी कर सकती है

स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि वैक्सीन सप्लाई करने वाली दोनों कंपनियों से बातचीत की गई है। टेंडर में तकनीकी खामियों के कारण इंडियन इम्यूनोलॉजिकल्स ने वैक्सीन की आपूर्ति करने से इनकार कर दिया। वहीं भारत सीरम ने वैक्सीन लगाने के लिए रविवार तक का समय मांगा है। ये शिपमेंट भी सबसे पहले ड्रग कॉर्पोरेशन स्टोर्स में जाएंगे। तभी सामग्री अस्पतालों तक पहुंचेगी। हालांकि, रविवार तक टीकाकरण की समस्या का समाधान होगा या नहीं, इस पर अभी भी अनिश्चितता बनी हुई है।

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