28 साल में बर्बाद हो जाएगा अमेरिका, 44 एकड़ जमीन और 6.5 लाख इमारतें हो जाएंगी जलमग्न
विकास की अंधी दौड़ में मानव का पतन निश्चित है, क्योंकि दिन पर दिन लगातार पूरी दुनिया का तापमान बढ़ता ही चला जा रहा है उसकी मुख्य वजह है कई प्रकार की गैसों का उत्सर्जन साथ ही कार्बन का उत्सर्जन हो रहा है आपको बता दें कि अब तो विषय में एक रिपोर्ट भी सामने आई है और इससे दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका की नींद उदय के रख दी है । क्या कहती है ये रिपोर्ट आज हम इस रिपोर्ट के बारे में भी आपको बताएंगे
रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका का 44 एकड़ जमीन और 6:30 लाख इमारतें जल्दी समुद्र में डूब जाएंगे वर्तमान प्रदूषण कार्बन उत्सर्जन जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग की दर के अनुसार या बुरी स्थिति 28 साल में आ जाएगी या खुलासा हाल ही में क्लाइमेट सेंटर नाम की संस्था के रिसर्च में हुआ है या बेहद डरावनी स्थिति है आपको बता दें की पूरी दुनिया में तापमान बढ़ रहा है ग्लेशियर पिघल रहे हैं सिर्फ कुछ ही सालों में अमेरिका की सिक्स पॉइंट 50 इमारतें समुद्र में चली जाएंगी।
इसके अलावा 44 एकड़ जमीन बिल्डरों के नीचे होंगी यह डरावनी स्थिति आज के प्रदूषण स्तर जलवायु परिवर्तन की और बढ़ते हुए ग्लोबल वार्मिंग का आधार पर लगाई जा रही है। क्लाइमेट सेंट्रल के सीनियर एडवाइजर डॉन बैन ने कहा कि हमारे समुद्रों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. लहरों की ऊंचाई भी बढ़ती जा रही है. कुछ ही साल तो सब सामान्य लग रहा है लेकिन बर्बादी का मंजर दूर नहीं है।