बॉब कट और लिपस्टिक वाली महिलाएं.. RJD नेता सिद्दीकी के बयान पर बवाल

Abdul Bari Siddiqui ने महिला आरक्षण बिल को लेकर महिलाओं पर विवादित बयान दिया है.
Abdul Bari on Women Reservation Bill 2023: राष्ट्रीय जनता दल आजेडी के नेता अब्दुल बारी के बयान ने तूल पकड़ लिया है. एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि महिला आरक्षण बिल में पिछड़ा, अति पिछड़ा और दूसरों की बात करना भी बेहद जरूरी है नहीं तो बॉब कट और लिपस्टिक लगाने वाली महिलाएं आपका हक ले जाएंगी.
सोशल मीडिया और टीवी से की दूर रहने की अपील- Abdul Bari
बिहार के मुजफ्फरपुर में जागरुकता सम्मेलन के दौरान बारी ने कहा कि महिला आरक्षण पिछड़ा और अति पिछड़ा वर्ग के हिसाब से तय किया जाना चाहिए. तभी ग्रामीण महिलाओं को उनका सही हक मिलेगा. सभा में मौजूद लोगों से उन्होंने लोकसभा चुनाव तक टीवी और सोशल मीडिया से दूर रहने की अपील की है.
पुरखों के अपमान का बदला लेंगे- सिद्दीकी
अपने संबोधन के दौरान वहां मौजूद कार्यकर्ताओं से बारी ने कहा कि सोशल मीडिया और टीवी से दूर रहें. इसके चक्कर में न पड़ें. कम से कम लोकसभा चुनावों तक आप सभी को इससे दूर रहना चाहिए. इस बात की कसम खाएं. टीवी का बहिष्कार करें. इससे आपका खाना बंद नहीं होगा. आज इस संबोधन में आपको संकल्प करना चाहिए, नहीं तो इस संकल्प के कोई मायने नहीं रह जाएंगे. हमे अपने बच्चों को पढ़ाना है, हमें अपनी हिस्सेदारी तय करनी है. हम अपने पुरखों के अपमान का बदला लेंगे. हम लोहिया के बताए हुए रास्ते पर चलेंगे.
ग्रामीणों को समझाने के तौर पर इस्तेमाल किया रुपक
हालांकि अब्दुल बारी ने अपने बयान का बचाव किया है. उन्होंने कहा है कि वो उन्होंने ग्रामीणों को समझाने के लिए कहा था. उनका मक्सद किसी को ठेस पहुंचाना नहीं था.
बयान की पृष्ठभूमि ग्रामीण
अब्दुल बारी के बयान का समर्थन आरजेडी ने भी किया है. आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि बारी का बयान एक रुपक (Metaphor) के तौर पर कहा गया था जो ग्रामीण जनता को समझाने के लिए था. जिसकी पृष्ठभूमि काफी हद तक ग्रामीण है.
जेडीयू का बयान
हालांकि जेडीयू ने बारी के इस बयान से खुद को अलग कर लिया है. जेडीयू MLC खालिद अनवर का कहना है कि उनकी पार्टी सिद्दीकी के बयान का समर्थन नहीं करती है. नीतीश कुमार की पार्टी महिलाओं का सम्मान करती है. महिलाओं को पूरा अधिकार है कि वो बाल कैसे कटवाएं, लिपस्टिक लगाएं या नहीं. जेडीयू ने हमेशा ही पिछड़ा वर्ग की महिलाओं के लिए आवाज़ उठाई है.
अब्दुल बारी सिद्दीकी के बयान पर जदयू के राष्ट्रीय सचिव राजीव रंजन ने कहा, ‘हमने महिला आरक्षण विधेयक के पक्ष में बिना शर्त मतदान किया… हमारा मानना है कि महिला आरक्षण का बिहार मॉडल सबसे अच्छा है. केंद्र को भी इसके पक्ष में संशोधन करने के लिए तैयार रहना चाहिए.