
Madhya Pradesh : मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि जीआईएस के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन पर काम कर रहा है। मध्य प्रदेश तेजी से मजबूत स्टार्ट-अप हब के रूप में उभर रहा है। सरकार नवाचार उद्यमिता और रोजगार सृजन को प्राथमिकता देते हुए युवा उद्यमियों के अनुकूल स्टार्ट-अप कल्चर को विकसित करने की दिशा में प्रभावी रणनीति अपना रही है।
सीएम मोहन यादव ने कहा कि हमारा प्रयास मध्य प्रदेश को “स्टार्ट-अप और नवाचार का केंद्र” बनाना है। जहां युवा उद्यमियों के आइडियाज को सफल व्यवसायों में बदलने के लिए अनुकूल माहौल और सहयोग मिले। जीआईएस-भोपाल में आयोजित ‘फ्यूचर-फ्रंटियर, स्टार्ट-अप पिचिंग’ सेशन नें प्रदेश के स्टार्ट-अप्स इकोसिस्टम को पंख दे कर ग्लोबल बना दिया है।
18 लाख रुपये तक की वित्तीय सहायता
मध्य प्रदेश में स्टार्ट-अप को बढ़ावा देने के लिये महिलाओं अनुसूचित जाति जनजाति के उद्यमियों के स्टार्ट-अप्स को पहले निवेश पर 18 फीसदी अधिकतम 18 लाख रुपये तक की वित्तीय सहायता मिल रही है। मध्य प्रदेश में इस समय 4,900 से अधिक स्टार्ट-अप संचालित हो रहे हैं। इनमें से करीब 44 प्रतिशत स्टार्ट-अप्स महिलाओं द्वारा संचालित हैं।
100 प्रतिशत तक बढ़ाना
सीएम मोहन यादव ने कहा कि हमारा लक्ष्य ‘स्टार्ट-अप इंडिया’ के तहत पंजीकृत स्टार्ट-अप्स की संख्या को 100 प्रतिशत तक बढ़ाना और कृषि एवं खाद्य क्षेत्र में स्टार्ट-अप्स को 200 प्रतिशत तक बढ़ावा देना है।
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