भाई-बहन का प्यार और मीठी तकरार, जानिए… किस शुभ मुहूर्त में मनाएं भैया-दूज का त्योहार

Bhai-Duj

प्रतीकात्मक चित्र

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Bhai-Duj : भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का प्रतीक भैया-दूज का त्योहार कल यानि रविवार को है. दिपावली के बाद शुक्ल पक्ष की द्वितीया को आने वाला यह त्योहार भाई-बहन के रिश्ते के लिए बहुत खास है. वैसे तो भारत एक विविधताओं वाला देश है और यहां क्षेत्र के हिसाब से इस त्योहार की रस्म भी थोड़ी अलग अलग होती हैं लेकिन हर त्योहार की तरह इस त्योहार पर भी शुभ मुहूर्त का खासा महत्व है.

सामान्य तौर पर दीपावली के दो दिन बाद यह त्योहार आता है. इस दिन कई जगह बहनें अपने भाई का तिलक करके ही भोजन आदि ग्रहण करती हैं. वो अपने भाई की दीर्घायु, स्वास्थ्य और खुशहाल जीवन की कामना करती हैं.

हम आपको बताएंगे कि भाई दूज के पावन पर्व पर बहनें किस शुभ मुहूर्त में भाईयों को तिलक करें, जिससे उनके जीवन में खुशहाली बनी रहे.

पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि की शुरुआत 2 नवंबर को रात 8:22 मिनट पर होगी और इस तिथि का समापन 3 नवंबर को रात 11:06 पर होगा. भाई को तिलक लगाने का शुभ मुहूर्त दोपहर 1 बजकर 10 मिनट से लेकर दोपहर 3 बजकर 22 मिनट तक बताया गया है. भाई को तिलक करते समय थाल में अक्षत, मिष्ठान, रोरी रखें. बिना थाल के भाई को तिलक न करें. पारिवारिक परंपरा का निर्वहन करते हुए त्योहार को उत्साह पूर्वक मनाएं.

डिस्क्लेमर- यह लोक परंपराओं पर आधारित जानकारी है. हिन्दी ख़बर इसकी पुष्टि नहीं करता.

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