
Fight Against Pollution: दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण से लड़ने के लिए सरकार लगातार कदम उठा रही है। इसी कड़ी में गुरुवार, 26 अक्टूबर को दिल्ली सरकार ने “रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ” अभियान शुरू कर दिया है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने आईटीओ चौराहे से इस अभियान की शुरुआत कर कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सर्दी में होने वाले प्रदूषण से निपटने के लिए 15 बिंदु विंटर एक्शन प्लान की घोषणा की थी। जिसपर सरकार काम कर रही है। मंत्री ने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण बढ़ने की वजहों में बायोमास वर्निग और डस्ट से होने वाले प्रदूषण के साथ-साथ वाहनो से होने वाले प्रदूषण का भी योगदान होता है। सरकार ने इसी को देखते हुए “’रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ” कैंपेन की शुरूआत की।
Fight Against Pollution: कैंपेन के जरिए प्रदूषण पर वार
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि पैट्रोलियम कंजर्वेशन रिसर्च एसोसिएशन के आंकड़ों के मुताबिक, ‘रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ’ अभियान का लोग पूरी तरह पालन करते हैं। उन्होंने बताया कि अभियान के जरिए दिल्ली के अंदर 15 से 20 फीसदी तक वाहन प्रदूषण को कम किया जा सकता है। उन्होंने लोगों के व्यवहार का जिक्र करते हुए कहा कि आम तौर पर यह देखा जाता है कि यदि कोई व्यक्ति दिल्ली में अपनी गाड़ी लेकर निकलता है तो वापस घर पहुँचने तक लगभग 8 से 10 रेडलाइट पर रूकता है। यदि वह 2 मिनट एक चौराहे पर रूकता है और अपनी गाड़ी को ऑफ नहीं करता है तो वह 25 से 30 मिनट अपने गाड़ी के ईंधन को व्यर्थ में जलाता है। जिससे प्रदूषण में बढ़ोतरी दर्ज की जाती है।
अलग-अलग जगहों पर मुहिम
मंत्री गोपाल राय ने आगे बताया कि 28 अक्टूबर को बाराखंभा और 30 अक्टूबर को चंदगी राम अखाड़ा चौराहे पर “रेड लाईट ऑन, गाड़ी ऑफ” अभियान के जरिए लोगों को जागरूक किया जाएगा। इसके अलावे 2 नवंबर को सभी 70 विधान सभा क्षेत्रों में “रेड लाईट ऑन, गाड़ी ऑफ” कैंपेन चलाया जाएगा। इसके अलावे इस अभियान को लेकर स्कूली बच्चों के बीच जागरूकता फैलाने की भी तैयारी है।
साल 2020 में शुरू किया गया अभियान
दिल्ली सरकार में मंत्री गोपाल राय ने बताया कि सरकार ने 2020 में इस अभियान को शुरूआत की थी उन्होंने बताया कि भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत, औद्योगिक अनुसंधान परिषद एवं केन्द्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिकों के द्वारा 2019 में एक अध्ययन किया गया था। जिसके अनुसार रेडलाइट पर गाड़ियों के इंजन बंद न होने के कारण 9 प्रतिशत अधिक प्रदूषण फैलने की बात सामने आई थी।
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