एंटीबायोटिक्स खाने में न करें मनमानी, नहीं तो होगी परेशानी

दवाएं

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अक्सर हम बुखार आने पर मेडिकल स्टोर जाते हैं और वहां से अपनी परेशानी बताकर दवा ले आते हैं। मेडिकल स्टोर वाले बुखार आने के पहले दिन ही मरीज को एंटीबायोटिक्स ड्रग्स दे देते हैं। दरअसल इसके पीछे मुख्य कारण यह रहता है कि मरीज जल्दी ठीक हो और उसका भरोसा मेडिकल स्टोर वाले पर बना रहे।

बिना डाक्टरी सलाह के क्यों ने लें एंटीबायोटिक्स

बिना डाक्टरी सलाह के आखिर एंटीबायोटिक्स दवाएं क्यों नहीं लेनी चाहिए, इसके लिए हमने चिकित्सक से बात की। फीजीशिन डा. आशीष कुमार गुप्ता बताते हैं कि अक्सर लोग बुखार में बिना डॉक्टरी सलाह के पहले दिन से एंटीबायोटिक ड्रग्स लेने लगते हैं। ऐसे में उनकी बॉडी में एंटीबायोटिक्स दवाओं के प्रति रजिस्टेंस बन जाता है। आसान भाषा में समझें तो जहां जरूरत पड़ने पर एंटीबायोटिक की कम डोज असरदार हो सकती थी वहीं लगातार इस्तेमाल के कारण एंटीबायोटिक दवाओं की ज्यादा डोज लेनी पड़ती है। बिना चिकित्सकीय परामर्श के दवाएं लेना शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है। परेशानी होने पर चिकित्सक की सलाह से ही दवाएं लेनी चाहिए।

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