Uttarakhand: मसूरी में कृषि मंडी स्थापित करने की कवायद हुई तेज़
पहाड़ों की रानी मसूरी में व्यापारियों और जनता ने कृषि मंत्री गणेश जोशी से मसूरी शहर में कृषि मंडी स्थापित करने की मांग की थी। जिसको लेकर कृषि मंत्री गणेश जोशी द्वारा 48 घंटे के भीतर ही मसूरी में मंडी स्थापित करने को लेकर कृषि विभाग के अधिकारियों को भेजकर क्षेत्र कृषि मंडी स्थापित करने के लिये जगहों का निरीक्षण किया गया है। जिससे की रिपोर्ट जल्द कृषि मंत्री गणेश जोशी को दी जाए।
मसूरी में कृषि मंडी स्थापित करने के लिये मसूरी पहुंचे देहरादून कृषि मंडी निरीक्षण अजय डबराल ने बताया कि मसूरी में विभिन्न स्थलों का निरीक्षण किया गया है। उन्होंने कहा कि धनोल्टी, टिहरी, उत्तरकाशी, पुरोला, नैनबाग आदि क्षेत्र के काश्तकारों को अपनी सब्जी बेचने के लिए देहरादून जाना पड़ता था। लेकिन मसूरी में मंडी खुलने से उन्हें 40 किलोमीटर अतिरिक्त नहीं जाना पड़ेगा साथ ही मसूरी में कई रेस्टोरेंट और होटल है। ऐसे में अगर मसूरी में कृषि मंडी स्थापित होती है तो कायतकारों को उनकी फसल और उत्पाद का उचित मूल्य मिल सकेगा और उनको आर्थिक रूप से मज़बूती मिलेगी।
भाजपा के वरिष्ठ नेता सतीश ढौडियाल ने कहा कि कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी से स्थानीय लोगों द्वारा मसूरी में कृषि मंडी स्थापित करने की मांग की गई थी। जिससे कि मसूरी और आसपास के क्षेत्र के सैकडों काश्तकारों को अपनी फसल और उत्पाद बेचने के लिए देहरादून ना जाना पड़े। जिसका संज्ञान लेते हुए कैबिनेट मंत्री द्वारा कृषि विभाग के अधिकारियों को मसूरी में कृषि मंडी स्थापित करने के लिये स्थान चयनित करने के निर्देश दिये गए थे। उन्होंने बताया कि मसूरी में सैकड़ों होटल और रेस्टोरेंट है, जिन्हें देहरादून से सामान लेने जाना पड़ता है। अगर मंडी मसूरी में स्थापित होती है, तो उसका सीधा लाभ स्थानीय लोगो के साथ मसूरी और आसपास के काश्तकारों को मिलेगा।
रिपोर्टर सुनील सोनकर
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