
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh on UP Budget) ने यूपी सरकार के बजट पर कई गंभीर सवाल उठाए है। उन्होनें कहा यह इस सरकार का छठा बजट है और इसमें सबकुछ घटा है। यह बजट नहीं है, यह बंटवारा है। इस सरकार ने अपने पांच साल में जो घोषणापत्र जारी किया था उसमें कहा था कि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी हो जाएगी। आज हम 2022 में है और छठवां बजट पेश हो रहा है। क्या सरकार बताएगी कि उसका क्या हुआ?
यह बजट नहीं है, यह बंटवारा है
प्रदेश सरकार द्वारा बजट 2022-23 पेश करने के बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh on UP Budget) ने कहा कि इस सरकार का कहने को ये बजट छठा है, पर इसमें कुछ बढ़ा नहीं, सब कुछ घटा है। इसमें जनपक्ष नदारद, बस सरकारी विभागों का वारा-न्यारा है… दरअसल ये बजट नहीं बँटवारा है। यूपी के अस्पतालों में दवाएं नहीं हैं, यूपी के अस्पतालों में जांचें नहीं होती, यूपी के अस्पतालों में डॉक्टर नहीं मिलते, यूपी के अस्पतालों में स्ट्रेचर नहीं मिलता, यूपी के अस्पतालों में एंबुलेंस नहीं मिलती, ये योगीराज भाजपा 2.O में यूपी के अस्पताल हैं, जनता योगीराज से शर्मिंदा है।
बजट में कुछ बढ़ा नहीं, सब कुछ घटा
बता दें कि आज यूपी सरकार ने वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए विधानमंडल में करीब 6 लाख 15 हजार करोड़ रुपए का पहला बजट पेश किया। यब बजट वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने पेश किया है। इस बजट में प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था, महिलाओं की सुरक्षा, युवाओं को नौकरी सहित सभी सेक्टरों में फोकस किया गया है। बजट पेश होने के बाद सीएम योगी ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि बजट प्रदेश की 25 करोड़ जनता की आकांक्षाओं और प्रदेश की समग्र विकास को ध्यान में रखकर बनाया गया है।