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दुनिया के किन-किन देशों में है हिजाब विवाद और कहां पर है पाबंदी?

हिजाब विवाद और प्रतिबंध
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कर्नाटक में हिजाब विवाद पर हाईकोर्ट में सुनवाई जारी है। बुधवार को भी हाईकोर्ट में हिजाब विवाद पर सुनवाई होगी। फिलहाल हाईकोर्ट ने स्कूलों में धार्मिक पोशाक पहनकर जाने पर रोक लगा रखी है।

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दुनिया में कई देश ऐसे हैं जो वर्षों पहले ही हिजाब पर पाबंदी लगा चुके हैं या वहां पर सार्वजनिक जगहों, स्कूल, कॉलेज, सार्वजनिक कार्यालयों में हिजाब पहनने पर रोक है। कई देशों में हिजाब पर बने कानून के उल्लंघन पर जुर्माने का भी प्रावधान है।

स्विट्जरलैंड

स्विट्जरलैंड के 26 प्रांतों में हिजाब पहनने पर पाबंदी है। 2013 में स्विट्जरलैंड के तिसिनो में 65 प्रतिशत लोगों ने हिजाब के विरोध में या प्रतिबंध के पक्ष में वोट दिया था।

डेनमार्क

डेनमार्क में 2018 में पूरा चेहरा ढकने वालों के लिए जुर्माने का प्रावधान लागू किया गया। इस कानून के अनुसार, यदि कोई महिला इस कानून का उल्लंघन करता पाया जाता है तो उसे 6 महीने की जेल होगी या जुर्माना लगाया जाएगा। यदि वह दोबारा कानून का उल्लघंन करता है तो जुर्माने की रकम 10 गुना अधिक होगी।

2015 में बुर्काधारी महिलाओं द्वारा किए गए कई बड़े आत्मघाती धमाकों के बाद चाड, कैमरून के उत्तरी क्षेत्र, नीजेर, डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कॉन्गो में पूरा चेहरा ढकने पर रोक लगा दी गई थी।

नॉर्वे और ऑस्ट्रिया

नॉर्वे, ऑस्ट्रिया जैसे देशों में भी हिजाब पर प्रतिबंध है। नॉर्वे में जून 2018 में एक कानून के तहत हिजाब पर प्रतिबंध लगा दिया गया। कानून के तहत शिक्षण संस्थानों में चेहरा ढकने वाले कपड़े पहनने पर रोक है। इसी तरह ऑस्ट्रिया में भी 2017 में स्कूलों और अदालतों तथा सार्वजनिक स्थानों पर हिजाब पहनने पर रोक है।

फ्रांस

फ्रांस में 2011 से ही हिजाब पर पाबंदी है। यह पहला यूरोपीय देश था जिसने सार्वजनिक रूप से हिजाब पर पाबंदी लगाई थी। प्रतिबंध के तहत कोई भी महिला चाहे वो फ्रांसिसी हो या विदेशी, घर के बाहर चेहरा ढककर नहीं जा सकती है। नियम के उल्लंघन पर जुर्माने का भी प्रावधान किया गया।

फ्रांस में हिजाब पर बने कानून का उल्लंघन करने पर 150 यूरो का जुर्माना तय किया गया। यदि कोई किसी महिला को चेहरा ढकने के लिए मजबूर करता है तो उसपर 30 हजार यूरो का जुर्माना लगाने का प्रावधान है।

बेल्जियम

बेल्जियम में पूरा चेहरा ढकने पर 2011 में प्रतिबंध लगा दिया गया। 2012 में बेल्जियम की संवैधानिक अदालत ने इस प्रतिबंध को रद्द करने की मांग वाली याचिका को खारिज कर दिया। अदालत ने कहा था कि यह किसी भी तरह से मानवाधिकारों का उल्लंघन नहीं है।

नीदरलैंड्स

नीदरलैंड्स में 2016 से ही हिजाब पर पाबंदी है। यहां पर स्कूल-अस्पतालों जैसे सार्वजनिक स्थलों और सार्वजनिक परिवहन में सफ़र के दौरान पूरा चेहरा ढकने वाले इस्लामिक नक़ाबों पर रोक है। 2018 में इसे कानून के रूप में संसद से पारित करवाया गया।

इटली

इटली के कुछ शहरों में हिजाब पर पाबंदी है। नोवारा शहर, लोंबार्डी शहर में यह प्रतिबंध लागू है। लोंबार्डी शहर में यह 2016 में लागू किया गया। हालांकि पूरे देश में यह लागू नहीं है।

जर्मनी

जर्मनी में दिसंबर 2016 में जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने कहा कि “देश में जहां कहीं भी क़ानूनी रूप से संभव हो, पूरा चेहरा ढकने वाले नक़ाबों पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।” हालांकि जर्मनी में अभी तक ऐसा कोई कानून नहीं है लेकिन ड्राइविंग के दौरान यहां पूरा चेहरा ढकना ग़ैर-क़ानूनी है। यहां पर पूरा चेहरा ढकने वाली महिलाओं को जरूरत पड़ने पर चेहरा दिखाए जाने को अनिवार्य किया गया है।

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