
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कहा कि भारत-अफ्रीका के रिश्ते संयोग वाले संबंधों की एक अद्भुत मिसाल है। इसी कड़ी में उन्होंने ये भी कहा कि उपनिवेशवाद के खिलाफ एकजुटता, विकासशील देशों के बीच सहयोग की सच्ची भावना भारत-अफ्रीका महाद्वीप के मजबूत रिश्तों की आधारशिला रही है। भारतीय मनीषा में सदैव से विश्व कल्याण के जिन भावों को व्यक्त किया है, आज भी वह विश्व कल्याण का माध्यम बन सकता है। भारतीय मनीषा की अभिव्यक्ति वसुधैव कुटुम्बकम् के भावों का प्रतिनिधित्व करती है।
यूनेस्को-इंडिया-अफ्रीका हैकथॉन का शुभारंभ करते हुए श्री योगी ने कहा कि हैकथॉन भी इसी लोककल्याणकारी नीति का प्रतीक है। इस अवसर पर उन्होंने इंडो-अफ्रीकी देशों की कल्चरल परेड को भी देखा।
दक्षिण अफ्रीका के साथ भारत के संबंधों की मधुरता पर चर्चा करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ अपने अहिंसक आंदोलन की शुरुआत दक्षिण अफ्रीका से की थी। दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला ने महात्मा गांधी को अपना आदर्श मानकर और अहिंसा को आधार बनाकर रंगभेद के खिलाफ अभियान शुरू किया और भेदभावपूर्ण व्यवस्था का अंत किया। भारत में उनका नाम अत्यंत आदर के साथ लिया जाता है। वर्तमान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रूप में भारत और अफ्रीका महाद्वीप के संबंध एक नई ऊंचाइयों को प्राप्त कर रहे हैं। हाल ही में भारत से विलुप्त हो चुके चीतों को सितंबर 2022 में मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा गया था। ये चीते अफ्रीकन देश नामीबिया ही से लाए गए थे।