Uttarakhand: पुरोला में आयोजित नहीं हुई महापंचायत, प्रशासन ने नहीं दी थी अनुमति

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लव जेहाद के मामले से सुलगते उत्तरकाशी के पुरोला में प्रस्तावित महापंचायत आयोजित नहीं हुआ। पुलिस के कड़े सुरक्षा इंतजाम के कारण नगर में शांति बनी रही। कुछ हिंदू संगठनों के सदस्यों ने नगर में घुसने की कोशिश की लेकिन प्रशासन ने उन्हें इजाजत नहीं दी। जिसके विरोध में उन्होंने गिरफ्तारी दी। महापंचायत को समर्थन दिए व्यापारी संगठनों ने पुरोला में अपनी दुकानें बंद रखीं। व्यापारियों ने प्रशासन के क्षेत्र में धारा 144 लगाने और महापंचायत की अनुमति नहीं देने के फैसले को गलत बताया।

उत्तरकाशी के पुरोला में लव जेहाद के मामलों को लेकर हिंदू संगठनों का 15 जून को प्रस्तावित महापंचायत आयोजित नहीं हुआ। प्रशासन ने महापंचायत की अनुमति नहीं दी थी और क्षेत्र में धारा 144 लागू कर दी। इसके बावजूद कुछ हिंदू संगठनों ने महापंचायत आयोजित करने का ऐलान किया था। जिसे देखते हुए  गुरुवार सुबह से पुलिस और प्रशासन के अधिकारी नगर में संवेदनशील स्थानों पर नजर बनाए रहे। महापंचायत की अनुमति नहीं मिलने के बावजूद यमुनाघाटी हिंदू जागृति मंच के सदस्यों ने नगर में घुसने की कोशिश की। हालांकि पुलिस ने उन्हें पहले ही रोक लिया। जिसके विरोध में संगठन के सदस्यों ने विरोध जताया और पुलिस को गिरफ्तारी दी।

संगठन के संयोजक केशव जी महाराज ने प्रशासन के रुख पर नाराजगी जताते हुए 25 जून को बड़कोट में महापंचायत का ऐलान किया। पुरोला में महापंचायत आयोजित नहीं हुई लेकिन इसके समर्थन में व्यापारी संगठनों ने पुरोला में दुकानें बंद रखीं। महापंचायत को अनुमति नहीं देने और प्रशासन की सख्ती पर व्यापारी संगठनों ने भी नाराजगी जताई। पुरोला व्यापार मंडल अध्यक्ष ने कहा कि फिलहाल पंचायत तो नहीं हुई है लेकिन भविष्य में लव जेहाद से पहाड़ की फिजा खराब करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।

व्यापारी संगठनों के बंद को लेकर पुलिस ने कहा कि व्यापारियों ने अपनी मर्जी से दुकानें बंद रखी हैं लेकिन कहीं भी अप्रिय घटना नहीं हुई है। उत्तरकाशी पुलिस अधीक्षक ने कहा कि पुलिस जनभावनाओं के साथ है और यहां का माहौल खराब करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है। पुलिस अधीक्षक ने स्थानीय लोगों और जनप्रतिनिधियों से सहयोग की अपील की।

पुरोला में पुलिस प्रशासन की सख्ती के कारण 15 जून को महापंचायत तो नहीं हुई । लेकिन 25 जून को बड़कोट में महापंचायत का ऐलान कर दिया गया है। लव जेहाद को लेकर स्थानीय लोगों में आक्रोश भी सुलग रहा है। ऐसे में क्षेत्र में शांति व्यवस्था कायम रखने और विरोध की इस आग को फैलने से रोकने की चुनौती प्रशासन के सामने बनी रहेगी।

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