ट्रांसजेंडरों ने मिलकर खोला ‘नाइट फूडकोर्ट’, भीख मांगकर होता था गुजारा

ट्रांसजेंडरों(transgenders) लोग जिंदगी की नयी शुरुआत करने के लिए नए क्षेत्रों में हाथ आजमा रहे हैं। दरअसल, उडुपी जिले(Udupi District) में अन्य जिलों के रहने वाले ट्रांसजेंडरों के एक समूह ने रात को भोजन की तलाश करने वाले लोगों के लिए एक भोजनालाय खोला है। उन्होंने उडुपी की सड़को पर भीख मांगकर गुजर-बसर करने वाली पूर्वी, वैष्णवी और चंदना(Purvi, Vaishnavi and Chandana) ने उडुपी बस अड्डे के समीप एक भोजनालय खोलकर अपने पैरों पर खड़े होने का फैसला किया।
सभी लोग देर रात एक बजे से सुबह सात बजे तक भोजनालय चलाते हैं। रात में सफर करने वाले लोगों और रात्रि पाली में काम करने वाले लोगों के लिए यह भोजनालय किसी वरदान से कम नहीं है।
उडुपी पुलिस ने हाल में ट्रांसजेंडरों की अवैध गतिविधियों का पता लगाने के लिए रात को गश्त तेज की थी। ट्रांसजेंडर समुदाय को लेकर विश्वास की कमी होने के बीच इन तीनों ने सदियों की रूढ़ियों को तोड़कर नए क्षेत्र में हाथ आजमाया। राज्य में पहली एमबीए डिग्री धारक ट्रांसजेंडर समीक्षा कुंदर(Samiksha Kunder) ने उनके भोजनालय में निवेश किया है। कुंदर ने कहा कि छोटे से कारोबार को चलाने के लिए भी जनता से स्वीकृति महत्वपूर्ण है, हालांकि, उन्होंने सकारात्मक ऊर्जा के साथ काम शुरू किया है।