संभल में मूर्ति स्थापना को लेकर बवाल, दो पक्षों में जमकर पथराव
संभल जिले के बहजोई थाना इलाके के गांव में मंदिर में मूर्ति स्थापना को लेकर बवाल हुआ है। यहां एक ही समुदाय के दो पक्षों के बीच जमकर पथराव और बवाल हुआ है। इस झगड़े में दोनों पक्षों के कई लोग घायल हुए हैं। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों के 40 लोगों को हिरासत में लेकर कार्रवाई की है। गांव में बवाल के बाद अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया है। फिलहाल शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए गांव में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
एक ही समुदाय के दो पक्षों के बीच पथराव और बवाल का पूरा मामला बहजोई थाना इलाके के गांव ढाढोल का है, जहां गुरुवार की रात्रि दलित और ब्राह्मण समाज के दो पक्ष आमने-सामने आए हैं। बताया जा रहा है कि गांव में ब्राह्मण समाज द्वारा मंदिर की स्थापना की गई। देव प्रतिमाओं की स्थापना से पहले ब्राह्मण समाज के लोगों द्वारा गांव में शोभायात्रा निकाली जा रही थी। यह शोभायात्रा दलित इलाके में पहुंची जहां दलित समाज के लोगों ने उनके इलाके में शोभा यात्रा निकाले जाने का विरोध किया। इसी बात को लेकर दोनों पक्षों के लोग आमने सामने आ गए। दोनों पक्षों के बीच जमकर नोक झोंक हुई और देखते ही देखते दोनों ही पक्षों के लोगों ने एक दूसरे पर पथराव कर दिया। एकाएक पथराव की घटना से गांव में अफरा तफरी का माहौल पैदा हो गया।
इसी बीच सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक चक्रेश मिश्रा सहित कई थानों की पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई पुलिस ने बवाल कर रहे दोनों ही पक्षों के 40 लोगों को हिरासत में ले लिया जबकि कई लोग फरार हो गए। देर रात्रि तक गांव में बवाल की स्थिति पैदा रही पुलिस पूरी रात भर आरोपियों के घरों पर दबिश देती रही। पथराव में घायल हुए लोगों को पुलिस ने सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया है। वहीं गांव में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।
दरअसल, पूरा मामला बीते 14 अप्रैल को बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की जयंती पर शोभायात्रा निकालने को लेकर हुआ था जहां दलित समाज के लोगों ने बाबा साहब की शोभा यात्रा निकाली थी। जिस पर ब्राह्मण समाज के लोगों ने ऐतराज जताते हुए शोभा यात्रा को रुकवा दिया। तभी से दलित और ब्राह्मण समाज के लोगों में विवाद चला आ रहा है। गुरुवार को गांव में जो विवाद हुआ है।
(संभल से अरूण कुमार की रिपोर्ट)