UP: अवैध निर्माण हटाने को लेकर महिला ने लगाई आग, फिर हुआ हाईवोल्टेज ड्रामा
यूपी के उन्नाव से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां ग्राम सभा की जमीन पर कब्जा कर पक्का निर्माण करा रही महिला को प्रशासनिक अधिकारियों की टीम रोकने पहुंची। महिला ने हाईवोल्टेज ड्रामा करते हुए अधिकारियों के सामने घर के बाहरी हिस्से पर बांस के टट्टर पर पड़े तिरपाल में आग लगाते हुए खुद पर डीजल उड़ेल लिया और आत्महत्या की धमकी देते हुए हंगामा करने लगी। प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में महिला द्वारा आग लगाने से हड़कंप मच गया। महिला के कदम से अधिकारियों के हांथ-पांव फूल गए,पुलिस कर्मियों व अधिकारियों ने महिला को सुरक्षित बचाया। अधिकारियों की सजगता से कानपुर देहात जैसी घटना होते बच गई है ।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, इटकुटी ग्राम पंचायत के मजरे तिलयानी गांव के रहने वाले अजय प्रजापति सड़क किनारे की ग्राम सभा की बेशकीमती सरकारी जमीन पर कब्जा कर 40 सालों से परिवार के साथ रह रहे हैं। अजय को पीएम आवास योजना के तहत सरकारी आवास मिला है। जिसका निर्माण कब्जे की भूमि पर करा रहे है। अवैध कब्जे की शिकायत तहसील समाधान दिवस में होने पर गुरुवार शाम करीब 5 बजे लेखपाल व नायब तहसीलदार मानोज अवस्थी जांच के लिए पहुंच गए। इस दौरान अजय व उसकी पत्नी रानी ने प्रशासनिक अधिकारियों का विरोध कर दिया और हंगामा कर दिया। महिला रानी ने अफसरों पर दबाव बनाने के लिए हाई वोल्टेज ड्रामा करते हुए घर के बाहरी हिस्से पर रखे बांस के टट्टर में बंधी तिरपाल में आग लगा दी और खुद पर डीजल उड़ेल लिया और आत्मदाह का प्रयास किया।
“2 लाख का कर्ज बैंक से ले रखा है“
अधिकारियों की सजगता से कानपुर देहात जैसी घटना होते बच गई है। वहीं देर रात तक एडीएम व एसडीएम हसनगंज पड़ताल में जुटे रहे। महिला का निर्माण जांच में अवैध पाया गया है। वहीं DM अपूर्वा दुबे ने मामले की SDM हसनगंज अंकित शुक्ला से रिपोर्ट तलब की है। एडीएम ने बताया कि महिला सुरक्षित है, भावेश में ऐसी हरकत की है। जांच की जा रही है। पीड़ित महिला के मुताबिक जबरन कब्जा हटाया जा रहा है। उसने दुकान के लिए 2 लाख का कर्ज बैंक से ले रखा है। घर व दुकान नहीं रहेगा तो हम लोग कहां रहेंगे।
“गांव सभा की जमीन पर बना रखा है आवास“
एडीएम नरेंद्र सिंह ने बताया कि तिलयानी गांव के रहने वाले अजय को आवास मिला है। आवास को उन्होंने बनाया है। इसमें शिकायत की गई थी कि गांव सभा की जमीन पर बना हुआ है। तहसील प्रशासन से नायब तहसीलदार, कानूनगो, लेखपाल आए थे। समझा रहे थे की कब्जा हटा लो, इस दौरान अजय की पत्नी रानी भावावेश में आ गई। दुकान के बगल में बांस के टट्टर में पॉलिथीन बांध रखी है, उसमें आग लगा दी। उसको बुझा दिया गया था और उसमें ऐसी कोई बात नहीं थी। इसको जेसीबी या अन्य चीज से हटाया नहीं जा रहा था। मामले की जांच की जा रही है। इनकी गरीबी को देखते हुए उसी के हिसाब से कार्रवाई होगी। एडीएम ने कहा कि सराकरी आवास आवंटन की विकास विभाग से जांच कराएंगे।
“घर नहीं होगा तो हम कहां रहेंगे“
अफसरों की मौजूदगी में आग लगाने वाली व खुद आत्मदाह का प्रयास करने वाली महिला रानी ने बताया कि उसने खुद आग लगाई है। कहा कि अधिकारी कह रहे थे कि यहां से हटाओ। जबकि हमारी दुकान है, दुकान का 2 लाख का कर्ज है। हमारी दो बेटियां हैं। घर नहीं होगा तो हम कहा रहेंगे, इसलिए हम मरना चाहते हैं।
(उन्नाव से विनोद निषाद की रिपोर्ट)
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