Uttar Pradeshराजनीति

UP: RLD- BJP के साथ आने की चर्चा के बीच सामने आई रालोद की पहली प्रतिक्रिया

UP: लोकसभा चुनाव नजदीक आने लगे हैं। ऐसे में यूपी के सियासी गलियारों में चर्चा है की आरएलडी एनडीए के साथ मिलकर चुनाव लड़ सकती है। जिसके बाद हर किसी के नजर जयंत चौधरी के आखिरी फैसले पर टिकी हुई है। क्योंकि पश्चिम यूपी में अधिकतर वोटों पर जाट वोटर चुनाव को प्रभावित कर सकते हैं।

UP: चुनाव एटकलों के बीच RLD की पहली प्रतिक्रिया

RLD) के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन आगरी ने कहा, “चुनावी वर्ष है, बहुत सारी पार्टियां हमारे साथ गठबंधन के लिए आ रही हैं। बीजेपी के द्वारा पिछली बार भी गठबंधन की पेशकश की गई थी, इस बार भी पेशकश की जा रही है। वे 4 सीटों की बात कर रहे हैं लेकिन हमने 12 लोकसभा सीटों पर तैयारी की है। इस बात का निर्णय हम लेंगे कि हम किसके साथ गठबंधन में चुनाव लड़ेंगे। जो पार्टी जनता और किसानों की हित के लिए हमारी मांगों पर सहमत होगी, हम उनके साथ गठबंधन में चुनाव लड़ेंगे।”

यदि रालोद बीजेपी के साथ चुनाव  है तो पश्चिम यूपी में कांग्रेस और सपा का गणित बिगड़ सकता है। वेस्ट यूपी की बागपत, कैराना, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, मेरठ, बुलंदशहर, गाजियाबाद, बिजनौर, नोएडा, अमरोहा, मुरादाबाद, संभल, पीलीभीत, बरेली, आंवला, बदांयू, मथुरा, फतेहपुर सीकरी, फिरोजाबाद, आगरा, अलीगढ़, हाथरस सीटों पर जाट वोटर हैं। इन क्षेत्रों में अधिकतर सीटें ऐसी है जहां जाट वोटर चुनाव प्रभावित कर सकता है। जाटों को ज्यादातर आरएलडी के साथ माना जाता है। ऐसे में आरएलडी अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह की एनडीए के साथ जाने को लेकर बातचीत शुरू हुई तो सपा व कांग्रेस का गणित बिगड़ सकता है।

सपा नेताओं ने RLD पर जताया भरोसा

इस सियासी जोड़तोड़ की कोशिश के बीच बुधवार को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव पार्टी महासचिव शिवपाल यादव और मैनपुरी से सांसद डिंपल यादव ने जयंत चौधरी और उनके परिवार की सेक्युलर छवि पर भरोसा जताया। उन्होंने कहा उन्हें यकीन है कि पार्टी मजदूरों और किसानों के लिए काम करना जारी रखेगी।

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