फर्जी बंदूक लाइसेंस मामले में CBI ने केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में 22 ठिकानों पर छापेमारी की।
नई दिल्ली: सीबीआई ने कल केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) के फर्जी बंदूक लाइसेंस (gun license) मामले में 40 ठिकानों पर छापेमारी की है। मालूम हो कि एजेंसी ने जम्मू, श्रीनगर, उधमपुर, राजौरी, अनंतनाग, बारामुला और दिल्ली सहित लगभग 40 स्थानों पर छापेमारी की है।
जानकारी के अनुसार इस मामले की जांच पहले राजस्थान (Rajasthan) के आतंकवाद रोधी दस्ते ने की थी। बाद में 2018 में इसे सीबीआई (CBI) को सौंप दिया गया था। चालीस हजार फर्जी लाइसेंस केंद्र शासित प्रदेश (union territories) के उधमपुर, डोडा, रामबन और कुपवाड़ा जिलों में गैर-जम्मू-कश्मीर निवासियों को जारी किए गए थे। प्रारंभिक जांच से पता चला था कि भारतीय प्रशासनिक सेवा (Indian Administrative Service) के एक अधिकारी ने जिला उपायुक्त के पद पर रहते हुए बड़ी संख्या में ये फर्जी लाइसेंस जारी किए थे।
गौरतलब है कि इस घोटाले का पता पहली बार 2017 में राजस्थान के आतंकवाद निरोधी दस्ते ने लगाया था। जब उन्होंने रंजन के भाई और गन डीलरों के लिए बिचौलिए के रूप में काम करने वाले अन्य लोगों को गिरफ्तार किया था.
श्रीनगर में अवैध बिक्री का मामला
बता दें कि बंदूक बिक्री व लाइसेंस की अवैध बिक्री के मामले को जम्मू-कश्मीर के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी शाहिद इकबाल चौधरी (Iqbal Choudhary) के आवास सहित 22 ठिकानों पर छापेमारी की गई थी। शाहिद इकबाल चौधरी वर्तमान में जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) में जनजातीय मामले के सचिव और सीईओ मिशन यूथ हैं। चौधरी पूर्व में कठुआ, रियासी, राजौरी और उधमपुर जिलों के उपायुक्त के रूप में सेवाएं दी हैं। इसी दौरान कथित तौर पर उन्होंने अन्य राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों (union territories) के लोगों को फर्जी नामों पर हजारों लाइसेंस (License) जारी किए थे। केंद्रीय एजेंसी (central agency) कम से कम आठ पूर्व उपायुक्तों की जांच कर रही है।