जाफर एक्सप्रेस ट्रेन हाईजैक मामले में पाकिस्तान के आरोपों को भारत ने किया खारिज

Train Hijack :

पाकिस्तान के आरोपों को भारत ने किया खारिज

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Train Hijack : जाफर एक्सप्रेस ट्रेन हमले के मामले में पाकिस्तान के आरोपों को भारत ने खारिज कर दिया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा दुनिया जानती है कि आतंकवाद का केंद्र कहां है।

जाफर एक्सप्रेस ट्रेन हमले की घटना के बाद भारत ने शुक्रवार को पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के आरोपों को खारिज कर दिया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रहदनीर जायसवाल ने कहा हम पाकिस्तान द्वारा लगाए गए निराधार आरोपों को खारिज करते हैं। पूरी दुनिया जानती है कि आतंकवाद का केंद्र कहां है। पाकिस्तान को अपनी आंतरिक समस्याओं और विफलताओं के लिए दूसरों पर उंगली उठाने और दोष देने के बजाय अपने अंदर झांकना चाहिए।

अपने सरगनाओं के संपर्क में थे

इसके पहले गुरुवार को पाकिस्तान विदेश कार्यालय के प्रवक्ता शफकत अली खान ने दावा किया था कि जाफर एक्सप्रेस पर हमले में शामिल विद्रोही अफगानिस्तान में बैठे अपने सरगनाओं के संपर्क में थे। शफकत अली खान ने अपने साप्ताहिक प्रेस ब्रीफिंग में कहा भारत पाकिस्तान में आतंकवाद में शामिल रहा है। जाफर एक्सप्रेस पर हुए हमले में आतंकवादी अफगानिस्तान में बैठे अपने सरगनाओं के संपर्क में थे।

इन आरोपों से इनकार किया

बता दें कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच संबंध सीमा पर लगातार होने वाली झड़पों के कारण तनावपूर्ण हो गए हैं और इस्लामाबाद का दावा है कि तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान में हमले करने के लिए अफगान धरती का प्रयोग कर रहा है। वहीं काबुल ने इन आरोपों से इनकार किया है।

यह बयान पाकिस्तान के सुरक्षा बलों द्वारा यह दावा किए जाने के बाद आया है कि उन्होंने बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी के सभी 33 विद्रोहियों को मार गिराया है जिन्होंने जाफर एक्सप्रेस को हाईजैक कर लिया था। जिसमें 400 से अधिक यात्री सवार थे।

कोई भी तस्वीर अभी तक जारी नहीं किया

वहीं पाकिस्तानी सेना ने कथित (सफल ऑपरेशन) की कोई भी तस्वीर अभी तक जारी नहीं किया है। वहीं दूसरी तरफ विद्रोही का दावा है कि ISPR हार को छुपा रहा है। बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी के प्रवक्ता जीयंद बलूच ने कहा कि लड़ाई अभी भी कई मोर्चों पर जारी है। जीयंद बलूच ने दावा किया कि पाकिस्तानी सेना ने न तो युद्ध के मैदान में जीत हासिल की है और न ही अपने बंधक कर्मियों को बचाने में कामयाब रही है। उन्होंने राज्य पर अपने सैनिकों को छोड़ने और उन्हें बंधक के रूप में मरने के लिए छोड़ने का आरोप लगाया।

स्वेच्छा से रिहा कर दिया

क्वेटा पहुंचे रिहा हुए यात्रियों ने पाकिस्तानी मीडिया से बात करते हुए बताया कि बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी के लड़ाकों ने ट्रेन पर कब्ज़ा करने के तुरंत बाद महिलाओं बच्चों और बुज़ुर्गों को स्वेच्छा से रिहा कर दिया। बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी ने पाकिस्तानी अधिकारियों व स्वतंत्र पत्रकारों और निष्पक्ष पर्यवेक्षकों को संघर्ष क्षेत्र में जाने की अनुमति देने की भी चुनौती दी है। समूह का तर्क है कि सेना द्वारा इस तरह की पहुंच की अनुमति देने में उसकी हार को दर्शाती है।

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