
देहरादून: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Dhami) ने आज संबोधन करते हुए कहा कि आप सभी युवा, शिक्षार्थी और शोधार्थियों को मैं इस कार्यक्रमों के आयोजन के लिए शुभकामनाएं देता हूं। विश्वविद्यालय के परिसर में सीखने का सबसे ज्यादा अवसर मिलता है। हमारे शास्त्रों में कहा गया है कि सत्य की निरंतर खोज करना ही विज्ञान है। जब दुनिया के लोग ज्ञान, विज्ञान के बारे में नहीं जानते थे उस समय वाल्मीकि जी ने पुष्पक विमान के बारे में लिख दिया था। जो हमारे ऋषि-मुनि थे वो केवल बात नहीं करते थे, उनके हर काम के पीछे एक वैज्ञानिक तथ्य होता था।
सत्य की निरंतर खोज करना ही विज्ञान
सीएम धामी ने (CM Dhami) कहा कि नई शिक्षा नीति हमारे संस्कारों, संस्कृति, शोध, विकास सभी से जुड़ी हुई है। इसके लिए मैं प्रधानमंत्री जी का आभार व्यक्त करता हूं। जब पूरा विश्व शिक्षा पद्धति के बारे में नहीं जानता था तब हमारे देश में नालंदा विश्वविद्यालय था जो समूचे विश्व को ज्ञान देने का काम करता था। जिनका हृदय उदार होता है, उनके लिए पूरा विश्व अपना है। प्रधानमंत्री जी ने इस भावना को चरितार्थ किया। कोविड के समय भारत ने पूरे विश्व को वैक्सीन दी। आज भारत का मान-सम्मान पूरी दुनिया में बढ़ रहा है।
कोविड के समय भारत ने पूरे विश्व को वैक्सीन दी
आगे उन्होनें कहा कि (CM Dhami) प्रधानमंत्री जी का कथन है कि हर काम में तकनीक का इस्तेमाल होना चाहिए जिसके दृष्टिगत नई कार्य संस्कृति विकसित हुई है। जिनको विभिन्न क्षेत्रों में जाना है वो अपने संकल्प को शक्ति बनाएं। संकल्प में विकल्प नहीं होना चाहिए।