सतर्क रहें! कुत्ते के अलावा इन जानवरों के काटने से भी होता है रेबीज, जानें कितनी खतरनाक है ये लाइलाज बीमारी?
इन दिनों हर कोई गाजियाबाद में हुए मामले की चर्चा कर रहा है। हाल ही में उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से एक दिल दहलाने का वाला मामला सामने आया था। यहां एक 14 साल के बच्चे की कुत्ते के काटने से मौत हो गई थी। दरअसल, बच्चे को करीब 2 महीने पहले एक कुत्ते ने काट लिया था, जिसके बाद बच्चे ने डर की वजह से इस बारे में अपने माता-पिता को नहीं बताया। कुत्ते के काटने की वजह से बच्चे को रेबीज की बीमारी हो गई और उनसे तपड़-तपड़कर दम तोड़ दिया।
रेबीज क्या है?
रेबीज एक घातक वायरस है जो संक्रमित जानवरों की लार से लोगों में फैलता है। रेबीज वायरस आमतौर पर काटने से फैलता है। एक बार जब कोई व्यक्ति रेबीज के लक्षण दिखाना शुरू कर देता है, तो यह रोग लगभग हमेशा मृत्यु का कारण बनता है। इस कारण से, जिन लोगों को रेबीज होने का खतरा हो सकता है, उन्हें सुरक्षा के लिए रेबीज के टीके लगवाने चाहिए।
रेबीज बीमारी के मुख्य लक्षण क्या होते हैं?
रेबीज बीमारी के लक्षण संक्रमित पशुओं के काटने के बाद या कुछ दिनों में लक्षण प्रकट होने लगते हैं लेकिन अधिकतर मामलों में रोग के लक्षण प्रकट होने में कई दिनों से लेकर कई वर्षों तक लग जाते हैं। रेबीज बीमारी का एक खास लक्षण यह है कि जहाँ पर पशु काटते हैं उस जगह की मासपेशियों में सनसनाहट होने लगती है।
1 दर्द होना थकावट महसूस करना।
2 सिरदर्द होना।
3 बुखार आना।
4 मांसपेशियों में जकड़न होना।
5 घूमना-फिरना ज्यादा हो जाता है।
6 चिड़चिड़ा होना था उग्र स्वाभाव होना।
7 अजोबो-गरीबो विचार आना।
8 कमजोरी होना और लकवा हों।
किस जानवर से रेबीज हो सकता है?
रेबीज सिर्फ कुत्ते के काटने से ही नहीं अन्य जानवरों के काटने से भी होने का खतरा होता है। यह वायरस से फैलने वाला एक बेहद गंभीर रोग है। आज के दौर में जानवर और मनुष्य के बीच जुड़ाव बढ़ता जा रहा है। हर घर में कुत्ता या बिल्ली पाले जा रहे हैं। लेकिन इन पालतू जानवरों को एंटी रेबीज का टीका नहीं लगवाना आपकी जान ले सकता है।
पालतू जानवर और खेत वाले जानवर
1 बिल्ली
2 गाय
3 कुत्ते
4 फेरेट्स
5 बकरी
6 घोड़े
जंगली जानवर
1 चमगादड़ बीवर
2 काइओट
3 लोमड़ी
4 बंदर
5 रैकून
आमतौर पर यह वायरस कुत्तों के काटने से ज्यादा फैलता है, लेकिन फिर भी आपको सभी जानवरों के काटने से बचना चाहिए।