Uttarakhand: स्कूल जा रहे छात्रों पर तेंदुए ने किया हमला, साहसी छात्र की हिम्मत से ऐसे बची बच्चों की जान
उत्तराखंड में तेंदुए का आतंक दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है। वहीं बागेश्वर के गरुड़ क्षेत्र में भिकोट गांव के चार बच्चे घर से स्कूल जा रहे थे। इसी बीच बच्चों पर तेंदुए ने अचानक हमला कर दिया। इस हमले में एक बच्ची गंभीर रूप से घायल हो गई।
ये है पूरा मामला
ग्रामीणों ने बताया कि भिकोट गांव के चार बच्चे घर से स्कूल जा रहे थे। रास्ते में घात लगाए बैठे लेपर्ड ने बच्चों पर धावा बोल दिया। अचानक हमले से बच्चों के बीच अफरा-तफरी मच गई। भागने के दौरान एक छात्रा को तेंदुए ने चंगुल में ले लिया। दूसरे छात्र ने हिम्मत से तेंदुए का मुकाबला करते हुए उसके सिर पर पत्थर मारकर भागने के लिए मजबूर किया। तब तक तेंदुए छात्रा के हाथ और पैर में दांत और नाखून गड़ा चुका था। तेंदुए के हमले में घायल छात्रा को अस्पताल ले जाया गया। वन विभाग की लापरवाही पर ग्रामीणों में आक्रोश है। उन्होंने बताया कि 5 साल पहले तेंदुए तीन बच्चों को निवाला बना चुका है।
डीएफओ ने बताया
डीएफओ बागेश्वर का कहना है कि गांव में गश्ती बढ़ाई जायेगी। जरूरत पड़ने पर तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजरा भी लगाया जायेगा। वन मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि सरकार वन्य जीव संघर्ष को खत्म करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है।उन्होंने आगे कहा कि इस सिलसिले में सरकार एक प्रस्ताव लाने जा रही है। वन्य जीव हमलों में मिलने वाली राशि को बढ़ाकर 6 लाख किया जाएगा। भालू के हमले में भी मिलनेवाली सहायता राशि को बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जन जागरण के माध्यम से वन्य जीव संघर्ष कम करने का प्रयास जारी है और सरकार आगे भी सरकार करेगी।
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