देहरादून में डेंगू के बढ़ते मरीजों ने बढ़ाई सरकार की चिंता, कांग्रेस के सर्वे ने नगर निगम को ठहराया दोषी
उत्तराखंड में डेंगू की संख्या निरंतर बढ़ रही है। देहरादून के दून अस्पताल में पिछले कुछ दिनों से हर दिन 50 से अधिक मरीज डेंगू से संक्रमित हो रहे हैं। देहरादून जिला डेंगू से सबसे अधिक प्रभावित है। वहीं डेंगू के बढ़ते मामलों को लेकर विरोधी पक्ष हर जगह सरकार पर हमला कर रहा है। अभियान के दौरान डेंगू का सर्वेक्षण किया गया और इसका डेटा मीडिया के साथ भी साझा किया गया।
कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी, पछवादून रोहित उनियाल और कांग्रेस महानगर अध्यक्ष डॉ. जसविंदर जोगी ने करीब 400 लोगों के सहयोग से सर्वेक्षण किया। कांग्रेस ने इस अभियान के माध्यम से देहरादून के लोगों से पूछा कि इस बदहाल स्थिति के लिए आखिर कौन जिम्मेदार है?
सर्वे में जनता को दिए गए चार विकल्प
मुख्य प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने बताया कि सर्वे के माध्यम से जनता को देहरादून स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट, जिला प्रशासन, नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग चार विकल्पों के रूप में दिए गए। इनमें से 146 लोगों ने नगर निगम को इस स्थिति के लिए जिम्मेदार ठहराया, जबकि 87 लोगों ने स्वास्थ्य विभाग, 60 लोगों ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट और 29 लोगों ने जिला प्रशासन को दोषी माना। सर्वे के आंकड़ों को साझा करते हुए, उन्होंने कहा कि देहरादून के लोग भाजपा सरकार की अव्यवस्थाओं से परेशानी थे। गरिमा दसौनी का दावा था कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने फील्ड में रहकर सर्वे किया था। कोई भी इसे क्रॉस-परीक्षण कर सकता है। फॉर्म भरने वाले लोगों ने अपने फोन नंबर भी अंकित किए हैं।
हरिद्वार के लक्सर में स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू के खिलाफ अभियान चलाया था। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने लोगों के घरों में डेंगू मच्छर का लार्वा देखा। बता दें कि लक्सर में पिछले दिनों हुई बाढ़ में पूरे क्षेत्र में जलभराव हो गया था। यही कारण है कि क्षेत्र में डेंगू का संक्रमण बढ़ा है। लक्सर में अब तक लगभग 30 से अधिक लोग डेंगू से पीड़ित हैं। लक्सर स्वास्थ्य विभाग और नगर पालिका प्रशासन ने डेंगू से बचाव के लिए कई कार्यक्रम चलाए हैं। वहीं हरिद्वार जिलाधिकारी धीराज सिंह गयल ने पिरान कलियर क्षेत्र के मेहवड़ कला गांव में डेंगू के बढ़ते प्रकोप का निरीक्षण किया। स्वास्थ्य विभाग की टीम और जिलाधिकारी ने गांव में हर घर में डेंगू के लार्वा की जांच की. छह घरों में डेंगू का लार्वा पाया गया। उनका कहना था कि साफ पानी में डेंगू का लार्वा पनपता है। वे लोगों से कहा कि घर और आस-पास के क्षेत्र में साफ पानी इकट्ठा न होने दें।
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