UP: अल्पसंख्यक समुदाय के युवक ने की पूजा-अर्चना, माता को चढ़ाई चुनरी
कहते हैं आस्था से बढ़कर कोई धर्म नहीं होता। जिस की आस्था जिस धर्म के प्रति लग जाए वह व्यक्ति उसी धर्म की आस्था में लीन हो जाता है। भारत में विभिन्न विभिन्न जाति समुदाय के लोग रहते हैं। जिनकी अपनी-अपनी आस्था अपने अपने धर्म के प्रति रहती है। लेकिन कुछ लोग अपने धर्म को ना मानते हुए सभी धर्म के लोगों की आस्था को मान सम्मान देते हैं। और अपनी मन्नत को पूरी करने के लिए धर्म को दरकिनार करते हुए आस्था में लीन हो जाते हैं।
दरअसल, मामला थाना देहली गेट क्षेत्र के अंतर्गत सराय मियां का है। जहां क्षेत्रीय लोगों के द्वारा मंदिर में नवरात्रों के दिनों में पूजा अर्चना की जाती है। यह क्षेत्र मिश्रित आबादी क्षेत्र है। जहां हिंदू, मुस्लिम सहित अन्य समुदाय के लोग भी रहते हैं। सराय मिया के रहने वाले एक अल्पसंख्यक समुदाय के व्यक्ति ने बताया कि वह प्रतिदिन यहां से निकलता था और वह देखता था के मंदिर में प्रतिदिन पूजा अर्चना होती है।
पूजा अर्चना को देखते हुए मेरे मन में माता के प्रति आस्था जागी, और मैंने अपनी मन्नत माता रानी से मांगी। कहते हैं सच्ची श्रद्धा और सच्ची भक्ति की जाए तो मन्नत हर हाल में पूरी होती है। अल्पसंख्यक समुदाय के युवक ने बताया कि माता रानी कृपा से जो मन्नत मैंने माता रानी से मांगी थी, वह मेरी पूर्ण हो चुकी है।
उसी क्रम में आज मैंने अपने परिवार के साथ माता रानी के मंदिर में आकर पूजा अर्चना कर माता को चुनरी चढ़ाई है। कहते हैं धर्म और जाति से बढ़कर आस्था का विशेष महत्व है। हम सभी को एक साथ मिलकर रहना चाहिए।
रिपोर्ट – संदीप शर्मा
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