Shahjahanpur: वृद्धावस्था पेंशन में करोड़ों का घोटाला, डीएम ने समाज कल्याण अधिकारी को किया निलबिंत
यूपी के शाहजहांपुर में जिला समाज कल्याण विभाग में वृद्धावस्था पेंशन में तीन करोड़ से ज्यादा घपले का मामला सामने आते ही प्रशासन में हड़कंप मच गया। अब आप सोच रहे होंगे कि जब पेंशन का पैसा ऑनलाइन सीधे खाते में जाता है तो फिर घपला कैसे हो गया। नए फॉर्मूले के तहत चार हजार से ज्यादा लाभार्थियों के खातों के नम्बर ही बदल दिए गए। जिसके बाद तमाम शिकायतें मिलने पर अब डीएम उमेश प्रताप सिंह ने जिला स्तरीय अधिकारियों की एक टीम का गठन किया है, जिसने जांच करने के बाद अपनी रिपोर्ट मुख्य विकास अधिकारी एस बी सिंह को सौंप दी है, जिसके बाद शासन ने निलंबित कर दिया है।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, पिछले कई दिनों से जिलाधिकारी उमेश प्रताप सिंह को यह शिकायतें मिल रही थीं कि लाभार्थियों के खाते में पेंशन नहीं पहुँच रही है। ऐसे में जब 11 शिकायती पत्रों की जांच कराई गई तो उनमें से 9 मामले ऐसे निकले जिसमें पेंशन की राशि किसी और खाते में भेज दी गयी। इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी ने समाज कल्याण अधिकारी को बुलाया लेकिन वह बिना बताए ही जिले से बाहर निकल गए। इसके बाद सीडीओ ने कार्यालय के लिपिकों को बुलाया। जिन्होंने बताया कि उनका इस मामले से कोई लेना देना नही है पेंशन का सभी काम समाज कल्याण अधिकारी स्वयं देखते थे।
समाज कल्याण अधिकारी का निलंबन
लिपिकों से आधार प्रमाणीकरण, फीडिंग, केवाईसी अपडेटेशन का कार्य करवाया जाता था। पेंशनर्स अंतरण का कार्य एक प्राइवेट व्यक्ति के हाथों में रहता था। जिसे समाज कल्याण अधिकारी ने स्वयं रखा था। सीडीओ ने कार्यालय के लिपिकों से लेकर अन्य बिंदुओं पर गहनता से जांच करना शुरू कर दी है। तो वहीं डीएम उमेश प्रताप सिंह ने जिला स्तरीय कमेटी की प्रारंभिक रिपोर्ट के आधार पर समाज कल्याण अधिकारी राजेश कुमार के निलंबन कर दिया हैं।
(शाहजहांपुर से अभिषेक सक्सेना की रिपोर्ट)
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