बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे पर अब नहीं कर सकेंगे फ्री सफर, देना होगा टोल टैक्स
बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे पर आज यानी 27 जुलाई से रात 12 बजे से टोल टैक्स लगना शुरू हो गया है। 296 किमी के एक्सप्रेस-वे पर सफर के लिए 620 से 3895 रुपए तक खर्च करने होंगे। यह एक्सप्रेस-वे बुंदेलखंड के 7 जिलों चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, औरेया, इटावा से होकर गुजरता है। आगरा में लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर मिलता है। एक्सप्रेस-वे पर 6 टोल गेट बनाए गए हैं।
आपको बता दें कि एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 16 जुलाई 2022 को किया था। ऐसे में करीब एक साल 10 दिन बाद इस पर टोल लगाया जाना शुरू हुआ है। इसमें पांच अलग-अलग कैटेगरी के वाहनों के लिए टोल टैक्स की दरें तय की गई हैं। इस एक्सप्रेस-वे की वजह से बुंदेलखंड से दिल्ली की दूरी महज 7-8 घंटे की रह गई है।
कार चालक को देने होंगे 620 रुपए
इंद्रदीप कंस्ट्रक्शन कंपनी यहां टोल वसूलेगी। कंपनी का सबसे ज्यादा 68.38 करोड़ रुपए का ऑफर था। भारी मशीनों को करीब 3040 और सात एक्सेल से ज्यादा बड़े वाहनों को 3895 रुपए का टोल देना पड़ेगा। इसके अलावा यात्री बसों को 950 और कार को 600 रुपए का टोल देना होगा। कंपनी हर साल 10% टोल टैक्स में बढ़ोतरी करेगी। एक्सप्रेस-वे पर 7 रैंप प्लाजा तैयार किए गए हैं। यूपी में आगरा और पूर्वांचल के बाद यह तीसरा बड़ा एक्सप्रेस-वे है। इसके बाद अभी गंगा एक्सप्रेस-वे पर काम चल रहा है। बताया जा रहा है कि साल 2024 लोकसभा चुनाव से पहले उसको भी तैयार कर दिया जाएगा।
चित्रकूट से दिल्ली का सफर 6 से 7 घंटे में
पहले चित्रकूट से कानपुर और फिर इटावा, आगरा के रास्ते दिल्ली जाना पड़ता था। इस सफर में 12 से 14 घंटे तक का वक्त लगता था। सफर की दूरी करीब 700 किलोमीटर थी। बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे बनने के बाद अब ये दूरी सिर्फ 626 किलोमीटर रह गई है। यानी, अब यह सफर 6 से 7 घंटे में पूरा हो रहा है। एक्सप्रेस-वे की चौड़ाई 110 मीटर है। पैदल चलने वाले राहगीरों और पशुओं के लिए जगह-जगह अंडरपास बनाए गए हैं। बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे चित्रकूट के भरतकूप से शुरू होकर इटावा होते हुए आगरा में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर कुदरैल के पास मिला है।
28 महीने में बनकर तैयार हुआ था बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे
इस एक्सप्रेस-वे को बनाने के लिए 36 महीने का समय तय किया गया था, लेकिन यह रिकॉर्ड 28 महीनों में बनकर तैयार हुआ है। फरवरी-2020 में प्रधानमंत्री ने इसका शिलान्यास किया था। यह 4 लेन का है। भविष्य में इसे 6 लेन का भी किया जा सकता है।
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