Advertisement

मान सरकार का खुलासा, कांग्रेस ने मुख्तार को दिया VIP ट्रीटमेंट, 55 लाख खर्च

Share
Advertisement

माफिया मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) और कांग्रेस के कनेक्शन को लेकर एक बार फिर से पंजाब की सियासत में उबाल आ गया है। यूपी का माफिया मुख्तार अंसारी जेल में बंद है, और वहीं, पंजाब की आप सरकार, प्रदेश की सियासत के पुराने पन्नों को पलट, एक बड़ा खुलासा करने का दावा कर ही है। पंजाब की भरी सभा में आरोप लगाएं हैं हरजोत सिंह बैंस ने और आरोप लगे हैं कांग्रेस पर, मुख्तार अंसारी को पनह देने के लिए, उसके ऊपर लाखों रूपय खर्ज करने के लिए।

Advertisement

हाल ही में पंजाब के सीएम भगवंत मान की सरकार ने एक फाइल को क्लियर करने से इनकार कर दिया है। इस फाइल से हुए खुलासे कांग्रेस पर एक बड़ा प्रश्नचिह्न लगाते हैं। कई राज से पर्दाफाश होता है, और सवालों के कठघरों में आ जाती है कांग्रेस।

सब समझने के लिए, बात करते हैं, 2020-21 के मामले की। माफिया मुख्तार अंसारी को रोपड़ जेल में बंद था और पंजाब की तात्कालीन कांग्रेस सरकार उसे पंजाब रखने के लिए कड़ी मशक्त करती है, सुप्रीम कोर्ट का रूख किया जाता है और इसके लिए पंजाब के उस समय के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह एक नामी वकील को हायर करते हैं। मामला तब शुरू होता है, जब सुनवाई के लिए उन्हें 11 लाख रुपए देने का वादा किया जाता है। सुप्रीम कोर्ट में 5 सुनवाई हुई थीं, जिसका 55 लाख रुपए अदा करना अभी भी बाकी है। यहीं वो फाइल है, जिसे मान सरकार ने क्लियर करने से मना कर दिया है। सीएम भगवंत मान ने कहा कि वो जनता के टैक्स से ये पैसा नहीं भरने देंगे।

इतना ही नहीं, अब पंजाब के शिक्षा मंत्री और आनंदपुर साहिब से MLA हरजोत सिंह ने सभा में कांग्रेस पर आरोपों की बारिश कर दी है। गौरतलब है कि मुख्तार अंसारी को पंजाब में 2 साल, 3 महीने के लिए पंजाब की जेल में रखा गया था। और ये सब हुआ एक जाली FIR के बलबूते पर, जो पंजाब के मौहाली में की गई। पंजाब की तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने ढाई साल तक मुख़्तार अंसारी को बचाया, यहां तक की उसके रखरखाव में भी किसी तरह की कमी नहीं आने दी। जिस बैरेक में 25 अपराधियों को रखा जाता है, वहां केवल मुख़्तार अकेला रहता था। उसे टॉप क्लास VIP ट्रीटमेंट दिया.. यहां तक की उसकी बेगम भी उसी के साथ रहती रही। जिसके बाद, यूपी सरकार ने 26 बार प्रोटेक्शन वारंट जारी किया, लेकिन कांग्रेस सरकार ने सब कुछ अनदेखा कर दिया इसके बाद, यूपी सरकार सुप्रीम सरकार का दरवाजा खटखटाया और बदले में कांग्रेस ने 55 लाख के बदले एक वकील को हायर किया। आपको बता दें कि उसी 55 लाख के बिल की फाइल के बारे में हमने आपको ऊपर बताया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

अन्य खबरें