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Lok Sabha Election 2024: सपा के गढ़ में जाटों पर निशाना साधेंगे CM योगी

CM Yogi will target Jats in SP's stronghold

CM Yogi will target Jats in SP's stronghold

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Lok Sabha Election 2024: चुनाव आते ही सभी राजनीतिक पार्टियां जोरों-शोरों से अपनी उन तैयारियों में जुट जाती है, जो उनके लिए जीत के सभी दरवाजे खोल दें। जिसका सबसे अहम हिस्सा होता है जनता के दिल में अपनी जगह बनाना। भाजपा सरकार लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election 2024) को लेकर इन्हीं तैयारियों में जुटी हुई है। सरकार हर संभव प्रयास कर रही है की जनता से उनके किमती वोट पा सकें।

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किसान सम्मेलन है बहाना, जाटों को है निशाना बनाना

अपनी योजनाओं के तहत बीजेपी सरकार जन-जन तक पहुंच रही है। इसके अलावा अपनी रणनीति में मोदी सरकार ने जातीय गणित को भी शामिल किया हुआ है। अलग-अलग जाति और समुदाय से नेता बनाकर बीजेपी (BJP) यह सिध्द करना चाहती है कि भाजपा सरकार में हर किसी के लिए जगह है। इसी रणनीति के तहत ख़बर है कि सीएम योगी आदित्यनाथ (Cm Yogi Adityanath) बिलारी में किसाम सम्मेलन के बहाने जाटों पर निशाना साधेंगे।

बता दें कि हर लोकसभा क्षेत्र में हार-जीत पर जाटों की अहम भूमिका रही है। दरअसल, लोकसभा चुनाव 2019 में भाजपा मंडल की सभी छह सीटें हार गई थी। जिसके बाद बीजेपी मुरादाबाद (Moradhabad) मंडल में 2014 का प्रदर्शन दोहराने की कोशिश में जुट गई है।

2014 का प्रदर्शन दोहराने की है तैयारी

इसके तहत भाजपा ने चौधरी भूपेंद्र सिंह (Choudhary Bhupendra Singh) को प्रदेश की कमान सौंपकर जाट मतदाताओं को साधने की कोशिश की है। अब उनके सहारे जाट मतदाताओं को और पुख्ता करने की तैयारी है। 23 दिसंबर को सीएम योगी आदित्यनाथ बिलारी से सपा के गढ़ में चौधराहट की सियासत को धार देंगे, ताकि वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में मुरादाबाद मंडल में 2014 का प्रदर्शन दोहराया जा सके। 

वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर में भाजपा गठबंधन ने प्रदेश की 80 में 73 सीटों पर जीत दर्ज की थी। इसमें मुरादाबाद मंडल की सभी छह सीटें भी शामिल थीं। लेकिन 2019 के चुनाव में भाजपा गठबंधन की सीटें घटकर 64 हो गई। भाजपा को 16 सीटों पर हार का सामना करना पड़ा था। 

सपा के गढ़ रहे मुरादाबाद मंडल की सभी छह सीटें भाजपा हार गई थी। एसपी-बीएसपी गठबंधन ने छह सीटें जीतीं. दोनों पार्टियों ने तीन-तीन सीटें जीतीं। 2022 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को संभाग की 27 में से 17 सीटें हार गईं।

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चौधरी भूपेन्द्र सिंह के सहारे जाट मतदाताओं को पुख्ता करने की तैयारी

भारतीय राजनीति और एकता के उतार-चढ़ाव को देखते हुए, भाजपा को 2024 के भारतीय आम चुनावों में 2014 के अपने विभाजनकारी रिकॉर्ड को दोहराने की उम्मीद है। इसे हासिल करने के लिए पार्टी कोई कसर नहीं छोड़ने को तैयार है। पश्चिमी यूपी में जाट वोटरों को अपने पक्ष में करने के लिए बीजेपी ने करीब दो साल से पद पर रहे मुरादाबाद के मूल निवासी चौधरी भूपेन्द्र सिंह को प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है।

मुरादाबाद और आसपास के इलाकों में यादव समुदाय पर नजर रखते हुए बीजेपी ने करीब एक महीने पहले सुहाश यादव को पश्चिमी यूपी का अध्यक्ष नियुक्त किया था। एसपी-आरएलडी गठबंधन को देखते हुए बीजेपी जाट वोटरों को लुभाने में जुटी है। ऐसे में बीजेपी चौधरी चरण सिंह की मूर्ति के अनावरण और किसान सम्मेलन के जरिए रालोद को सपा के गढ़ में लाने की तैयारी में है।

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