Advertisement

जिला अस्पताल में लगी भीषण आग, लाखों की दवाईयां और फर्नीचर जलकर राख

Share
Advertisement

उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जनपद में रविवार सुबह थाना कादरी गेट क्षेत्र के मोहल्ला आवास विकास में स्थित डॉ राम मनोहर लोहिया जिला अस्पताल के आयुष विंग के स्टोर में संदिग्ध परिस्थितियों में भीषण आग लग गयी। आग की लपटों में देखते ही देखते लाखों की दवाई और फर्नीचर जलकर राख में तब्दील हो गया। सूचना पर पहुंची दमकल की गाड़ी ने करीब 1 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।

Advertisement

दरअसल, जिला अस्पताल लोहिया में आवासीय परिसर के बीच बने आयुष विंग में पांच कमरें हैं, जिसमें से दो कमरें कोविड संक्रमित मरीजों के लिए दे दिये गये थे। जबकि तीन कमरों में आयुर्वेदिक, यूनानी और होम्योपैथिक की दवाओं को स्टोर में रखा जाता था। सुबह आठ बजे से दोपहर 2 बजे तक कर्मचारी डियूटी पर रहते हैं और दो बजे के बाद दो कमरों में ताला और स्टोर रूम खुला रहता है। लिहाजा रविवार सुबह लगभग 6:30 बजे आयुष विंग के स्टोर में लोगों नें धुंआ उठता देखा। जिसके बाद लोगों ने सूचना सीएमएस डॉ. राजकुमार गुप्ता को दी। जिसके बाद सीएमएस मौके पर पहुंच गए और उन्होंने घटना की सूचना फायर ब्रिगेड को दी जिसके करीब 10 मिनट के अंदर फायर ब्रिगेड की दो गाड़ी मौके पर पहुंची और आग बुझाने में जुट गई। इसके बाद सीएमएस डॉक्टर राजकुमार गुप्ता ने संबिदा चिकित्सक डॉ० रुपेश को फोन कर मौके पर बुला लिया।

फायर ब्रिगेड ने कड़ी मशक्कत के बाद करीब 1 घंटे में आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया। आग में अभिलेख, दवाएं और फर्नीचर आदि मिलाकर लगभग 4 से पांच लाख रूपये का नुकसान बताया जा रहा है। आग शार्ट सर्किट से लगने की बात कही जा रही है। सूचना मिलने पर थानाध्यक्ष कादरी गेट राजेश राय आवास विकास चौकी इंचार्ज प्रदेश कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पंहुच गए। सूचना के बाद अग्निशमन विभाग के सीओ विजय प्रकाश त्रिपाठी ने मौके पर पहुंचकर आग लगने के कारणों की जांच पड़ताल की।

अग्निशमन विभाग के सीईओ विजय प्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि स्वास्थ्य कर्मियों को आग बुझानें का प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है। लेकिन किसी नें भी आग बुझानें वाले उपकरणों का प्रयोग नहीं किया और धधकती आग को देखकर हाथ पर हाथ रखे क्यों खड़े रहे? जिस पर सबालिया निशान लग रहे है। वहीं आयुष विंग के सामने बने महिला अस्पताल के भवन में फायर फाइट सिस्टम लगे थे। लेकिन उनका प्रयोग नहीं किया गया। दमकल के सीओ विजय प्रकाश त्रिपाठी नें बताया कि पूर्व में ही आग बुझानें का प्रशिक्षण दिया जा चुका है लेकिन किसी तरह के आग बुझानें वाले उपकरणों का प्रयोग नही किया गया।

लोहिया अस्पताल सीएमएस डॉ. राजकुमार गुप्ता नें बताया कि आग बुझानें वाले सिलेंडर प्रयोग किए गए। लेकिन आग अधिक होनें के चलते वह नहीं बुझी। आग से हुई क्षति का आंकलन करनें के लिये बोला गया है।

(फर्रुखाबाद से दीपक शुक्ला की रिपोर्ट)

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

अन्य खबरें