CoronaVirus: गाजियाबाद में बढ़ी कोरोना पॉजिटिव स्कूली छात्रों की संख्या, स्कूल हुए बंद
नई दिल्लीः कोरोना वायरस का प्रकोप अभी खत्म नहीं हुआ है। इस बीच कोविड के नए वेरिएंट (corona new variants) ने लोगों को डरा रखा है। आपको बता दें कि गाजियाबाद के दो स्कूलों में 9 छात्रों के संक्रमित होने की पुष्ति हुई है। जिसके बाद गाजियाबाद स्वास्थ्य विभाग ने सरकार को रिपोर्ट भेज दी है। हालांकि दोनों स्कूलों को बंद कर दिया गया हैं। इस बीच दूसरे स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के माता-पिता परेशान हो रहे हैं।
वहीं गाजियाबाद जिले के सर्विलांस अधिकारी आरके गुप्ता का कहना है कि वैशाली स्थित केआर मंगलम स्कूल में जांच करने पर पता चला कि पांच छात्र संक्रमित हैं। जानकारी के मुताबिक इनमें से तीन छात्र गाजियाबाद के हैं और दो दिल्ली के रहने वाले हैं। बताया जा रहा है कि ये सभी छात्र कक्षा छह ए के हैं। इनमें एक छात्रा अपने माता-पिता के साथ वैष्णो देवी गई थी। जिसके लौटने पर माता-पिता संक्रमित हो गए और छात्रा इसी बीच दो दिन स्कूल गई।
65 छात्रों के सैंपल लेकर जांच को भेजे
जिसके बाद उसके बीमार होने पर जांच में वह भी संक्रमित पाई गयी है। मालूम हो कि सोमवार को स्कूल के 136 छात्रों की जांच के लिए सैंपल लिए गए हैं। इसके साथ ही इंदिरापुरम के सेंट फ्रांसिस स्कूल के चार छात्रों के संक्रमित पाए जाने के बाद 65 छात्रों के सैंपल लेकर जांच को भेजे गए हैं। इसमें दो छात्र ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) के रहने वाले हैं। इस बीच अन्य स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों के अभिभावकों में दहशत का माहौल है।
स्कूल के चार छात्र पाए गए संक्रमित
दरअसल वे इस बात से परेशान हैं कि बच्चा बस या स्कूल में सभी बच्चों के संपर्क में आ जाता है। अगर इस दौरान यह किसी संक्रामक बच्चे के संपर्क में आता है, जो समस्या को बढ़ा सकता है। इस दौरान सभी स्कूलों में कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से पालन कराने के निर्देश जारी किए गए हैं। वहीं जिला सर्विलांस अधिकारी ने बताया कि जिला विघालय निरीक्षक व बेसिक शिक्षा अधिकारी को पत्र भेजकर छात्रों का शत प्रतिशत टीकाकरण कराने के निर्देश दिए गए हैं।
कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से पालन करने के निर्देश
कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से पालन करने के निर्देश जारी किए गए हैं। उधर, गाजियाबाद के सीएमओ डॉ. भवतोष शंखधर ने जानकारी देते हुए बताया है कि कि संबंधित स्कूलों में टेस्टिंग बढ़ा दी गई है। जिससे अभिभावकों को घबराने की जरूरत नहीं है। संक्रमित बच्चा जिन बच्चों के संपर्क में आया होगा, उनके संक्रमित होने की आशंका है।