Shahjhanpur में खेली गयी जूता मार होली, जानिए क्या है परंपरा
Shahjhanpur: आपने आमतौर पर मथुरा की फूलों की होली और लट्ठमार होली तो बहुत देखी होगी। क्या आपने कभी जूता मार होली देखी है। जी हां हम बात कर रहे हैं शाहजहांपुर(Shahjhanpur) में ‘लाट साहब’ की होली की जहां इस अनोखी और अजीबोगरीब लाट के जुलूस निकाले जाने का रिवाज हर साल निभाया जाता है। कौतूहल के लाट साहब पर जूता मार होली खेलने के लिए इस साल भी इस जुलूस के लिए तैयारियां जोरों पर हैं। इसकी संवेदनशीलता को देखते हुए प्रशासन बहुत एहतियात बरत रहा है। शहर में 2 जगहों पर लाट साहब के जुलूस के लिए पुलिस और प्रशासन ने बाहर से फोर्स की तैनाती की है।]
क्या है परंपरा
शाहजहांपुर का प्रसिद्ध लाट साहब’ का जुलूस शहर कोतवाली क्षेत्र के फूलमती देवी मंदिर से शुरू होता है। लाट साहब के तौर पर एक व्यक्ति को चुना जाता है लेकिन उसकी पहचान गुप्त रखी जाती है। जुलूस संपन्न होने के बाद उसे तरह-तरह के पुरस्कारों और नकदी से नवाजा जाता है। लाट साहब का जुलूस काफी दिलचस्प और अनोखा होता है। इसमें काले लिबास पहने ‘लाट साहब’ की पहचान छुपाने के लिए उसे हेलमेट पहनाया जाता है।
शहर स्थित देवी मंदिर में पूजा अर्चना करने के बाद लाट साहब भैंसा गाड़ी पर डाले गए तख्त पर विराजमान होते हैं। उनके साथ चलने वाले होरियारे उन्हें झाड़ू और जूते मारकर इस परंपरा को निभाते हैं। इस बार इस लाट साहब जुलूस के लिए पहले से ही लाट साहब को लाकर उनकी खातिर की जा रही है।
ऐसे हुई शुरुआत
साल 1857 की क्रांति के बाद तत्कालीन ब्रिटिश सरकार के इशारे पर खां की याद में निकाले जाने वाले इस जुलूस का स्वरूप बदल दिया गया और समय के साथ यह और विकृत होता चला गया। आज आलम यह है कि इस जुलूस में लाट साहब को जूते तक मारे जाते हैं। अपनी तरह के इस अकेले और अजीबोगरीब जुलूस की चर्चा पूरे देश में होती है। इस बार भी लाट साहब के जुलूस के लिए तैयारियां जोरों पर हैं और पुलिस प्रशासन इसकी संवेदनशीलता को देखते हुए प्रशासन बहुत एहतियात बरत रहा है। जिलाधिकारी उमेश प्रताप सिंह ने बताया कि लाट साहब के जुलूस के लिए 12 जोनल मजिस्ट्रेट, 13 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 24 उप सेक्टर मजिस्ट्रेट और 87 स्टैटिक मजिस्ट्रेट बनाए गए हैं।
स्टैटिक मजिस्ट्रेट संवेदनशील स्थानों पर तैनात रहेंगे. बाकी मजिस्ट्रेट पूरे जुलूस मार्ग पर तैनात किए जाएंगे। डीएम और एसपी इस जुलूस को कैमरों के जरिए मॉडलिंग करेंगे यही नहीं कल से कई कंपनियों के जवानों को शहर में उतार दिया है जो सुबह और शाम फ्लैग मार्च कर सभी पुलिस अधिकारी इस होली को शांतिपूर्ण माहौल में मनाने की अपील कर रहे हैं। विभिन्न जिलों के रास्तों में पड़ने वाली सभी मस्जिदों को प्लास्टिक से पूरी तरह ढक दिया गया है. इसके अलावा जुलूस मार्ग में निकलने वाली छोटी-छोटी गलियों को भी अवरोधकों से बंद कर दिया जाएगा। पूरे जिले में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू की गई है।
शाहजहांपुर से अभिषेक सक्सेना की रिपोर्ट
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