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मान सरकार ने बनाया पराली से मुक्ति पाने का प्लान, ईंट भट्ठों के ईंधन में पराली इस्तेमाल करने का ऐलान

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पंजाब की भगवंत मान सरकार पराली की परेशानी को दूर करने में युद्ध स्तर पर जुटी हुई है….पंजाब में पराली से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे…पंजाब सरकार ने जल, मिट्टी और पर्यावरण को प्रदूषण से बचाने के लिए पराली जलाने के खिलाफ लड़ाई छेड़ रखी है…पंजाब की हवा में धुएं का जहर न फैले इसके लिए पंजाब के किसानों को लगातार जागरूक किया जा रहा है…पराली से मुक्ति पाने के लिए मान सरकार ने कई अहम कदम उठाए हैं..अब इसी कड़ी में पराली को लेकर एक और अहम फैसला लिया गया है…पंजाब सरकार ने ईंट भट्ठों के लिए आदेश जारी कर दिया है कि उनके ईंधन का 20 प्रतिशत पराली होना चाहिए….पंजाब के पर्यावरण, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने कहा कि इस फैसले से पराली प्रबंधन को बढ़ावा मिलेगा और किसानों को पुआल बेचकर आर्थिक रूप से फायदा होगा।

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पराली खेतों में न जलाई जाए इसके लिए पंजाब सरकार ने पराली से बिजली पैदा करने की दिशा में भी काम शुरू कर दिया है…इसके लिए किसानों को प्लांट तक पराली पहुंचानी होगी जिसका पूरा खर्च सरकार उठा रही है…

पराली की परेशानी को दूर करने के लिए पंजाब सरकार ने केरल सरकार के साथ भी एक अहम समझौता किया है…जिसके तहत पंजाब की पराली अब केरल के दुधारू पशु खाएंगे…जल्द ही पंजाब से मालगाड़ी के जरिए पराली केरल भेजी जाएगी…पंजाब सरकार ने केरल सरकार को पशुओं के चारे के रूप में धान की पराली उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है…सरकार के इस कदम से पंजाब के किसानों को पराली से निपटने में आसानी होगी और किसानों को पराली जलाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

गौरतलब है किपंजाब मेंहर साल लगभग 2 करोड़ टन पराली निकलती है…पराली को खत्म करने के लिए किसान पराली में आग लगाते हैं जिसकी वजह से उत्तर भारत के कई राज्य प्रदूषण की चपेट में आते हैं…मौजूदा वक्त में भी उत्तर भारत पराली से फैल रहे प्रदूषण की मार झेल रहा है…जिसको लेकर राजनीति भी खूब हो रही है…ऐसे में मान सरकार और केरल सरकार के बीच हुआ समझौता बेहद अहम साबित हो सकता है…पंजाब समेत पूरे उत्तर भारत को पराली की परेशानी से मुक्ति दिला सकता है।

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