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कोचिंग पैसा कमाने का साधन, बंद होने की जरूरत-राज्यपाल

Program in Patliputra University

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Program in Patliputra University:  राज्य में कोचिंग कक्षाएं(coaching classes) बंद होने की जरूरत है। तब ही विश्वविद्यालय या कॉलेज ऊभर कर आएगा। कोचिंग पैसा कमाने का साधन बन गया है। शिक्षा पाना है तो विश्वविद्यालय(university) व कॉलेजों की कक्षाओं में ही जाना पड़ेगा। यह बातें कुलाधपति सह राज्यपाल(Governor) राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर(Rajendra Vishwanath Arlekar) ने कहीं। वह पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय(Patliputra University)के छठे सीनेट की बैठक को संबोधित कर रहे थे।

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Program in Patliputra University: बच्चे नामांकन लेते हैं पर कॉलेज आते नहीं

इस दौरान राज्यपाल ने कहा कि विवि व कॉलेजों में बच्चे नामांकन लेते हैं, लेकिन जाते नहीं हैं। वहीं सभी कोचिंग में भरपूर उपस्थिति होती है। इस पर ध्यान देने की जरूरत है। यह राजनीतिक एजेंडा नहीं है। देश को आगे ले जाने वाला एजेंडा है। राज्यपाल ने कहा कि नई शिक्षा नीति में आज की आवश्यकता है कि समाज की जरूरत के अनुसार चीजें मौजूद हों।

Program in Patliputra University: ‘अनुपालन की कमी से फेल हुई पुरानी शिक्षा नीति’

यह शिक्षा नीति जमीन से जुड़ी हुई है। पुरानी शिक्षा नीति पॉलिसी सफल नहीं हो पाई, इसके पिछे अनुपालन की कमी है। नई शिक्षा नीति में यदि कुछ कमी या त्रुटि है तो उस पर चर्चा कर दुरुस्त किया जा सकता है। हमारे बच्चे जो दूसरे देश में जाने की अभिलाषा रखते हैं, उनके लिए यह काफी लाभकारी है। मैं उस दिन की प्रतीक्षा कर रहा हूं, कि दूसरे देश के विधार्थी यहां पढ़ने के लिए आएं।

Program in Patliputra University: ‘नित नई ऊंचाई छूने की पहल कर रहा विश्वविद्यालय’

कुलपति प्रो. आरके सिंह ने कहा कि शैक्षणिक वातावरण के लिए हर विवि में दो बैठक राज्यपाल की पहल पर आयोजित की जा रही हैं। पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय लगातार नई ऊंचाई को पाने के लिए पहल कर रहा है। खेल, सांस्कृतिक, अंतरराष्ट्रीय सेमिनार व शिक्षकों के अपग्रेडेशन के लिए कार्य कर रहा है।

नवंबर में दीक्षांत समारोह आयोजित करने की तैयारी

उन्होंने कहा कि एक-दो को छोड़ दें तो सभी पाठ्यक्रम के सत्र नियमित हो गए हैं। नवंबर में तृतीय दीक्षांत समारोह आयोजित कराने की भी तैयारी की जा रही है। बैठक का संचालन कुलसचिव प्रोफेसर शालिनी ने किया। इस अवसर पर प्रोफेसर गणेश महतो, राज्यपाल के प्रधान सचिव रार्बट एल चोंग्थू, राज्यपाल के विशेष पदाधिकारी प्रीतेश देसाई, सिंडिकेट सदस्य प्रो. राजेंद्र गुप्ता, डा. दीपिका गौतम, प्रतिभा कुमारी, डा. नरेंद्र कुमार आदि उपस्थित थे।

रिपोर्टः सुजीत कुमार, ब्यूरोचीफ, बिहार

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