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MP Election: एमपी विधानसभा चुनाव में रामायण की Entry, विजयवर्गीय ने कमलनाथ को बताया शूर्पणखा

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MP Election: एमपी विधानसभा चुनाव में महाभारत और रामायण की इंट्री हो गई है। शनिवार को बुरहानपुर में चुनाव प्रचार करने आए बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कांग्रेस और कमलनाथ को रावण की बहन शूर्पणखा जैसी बहरुपिया बती दिया है, जिसकी नाक बीजेपी को वोट करके काटने की अपील की है। वहीं कांग्रेस ने कैलाश विजयवर्गीय और बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि प्रदेश की जनता तय कर देगी कि कौन शूर्पणखा बहरुपिया है या नहीं। उधर बीजेपी के बागी हर्षवर्धन सिंह चौहान ने अपनी लडाई को महाभारत का युद्ध करार दिया। जिसमें वह पांडव हैं और जनता रूपी भगवान कृष्ण उनके सारथी हैं।

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MP Election: 900 में से एक भी वचन पूरा नहीं की कांग्रेस

दरअसल, बुरहानपुर आए बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने 15 महीने की कमलनाथ सरकार को रेखांकित करते हुए कहा कि उन्होंने 900 वचनों में से एक भी वचन पूरा नहीं किया। फिर जनता के बीच लंबा चौड़ा वचन पत्र का लेखा-जोखा लेकर आ गए हैं जो कि जनता के साथ धोखा है। जैसे प्रभु राम के सामने रावण की बहन शूर्पणखा बहरुपिया बनकर आई, जिसकी पहचान होने पर लक्ष्मण ने शूर्पणखा की नाक काट दी थी। अब लोकतंत्र में हिंसा तो संभव नहीं है, लेकिन जनता इन कमलनाथ और कांग्रेस रूपी बहरुपिया शूर्पणखा की नाक आने वाले 17 नवंबर को बीजेपी को वोट देकर काट सकती हैं। कैलाश विजयवर्गीय के इस बयान पर कांग्रेस ने हमला बोलते हुए कहा कि कौन बहरुपिया शूर्पणखा है यह तो जनता आने वाली 17 नवंबर को कांग्रेस के पक्ष में वोट डाल कर बता देगी।

MP Election: बागी भाजपा नेता हर्षवर्धन सिंह ने खुद को बताया पांडव 

उधर बीजेपी के बागी पूर्व प्रदेशाध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान के बेटे हर्षवर्धन सिंह चौहान बीजेपी द्वारा पूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस को टिकट दिए जाने से नाराज हैं। उन्होंने टिकट की घोषणा होते ही पार्टी से बगावत शुरू कर दी है। नामांकन पत्र के नाम वापसी के आखिरी दिन भी अपना नामांकन वापस नहीं लिया। लिहाजा पार्टी ने उन्हें अनुशासनहीनता के चलते पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है। हर्षवर्धन सिंह चौहान का कहना है कि मेरी यह लड़ाई महाभारत रूपी असत्य और सत्य का युद्ध है। जिस तरह कौरव और पांडवों के युद्ध में भले ही पांडवों के पास सेना नहीं थी, लेकिन सारथी के रूप में भगवान कृष्ण थे। वैसे ही मेरे साथ जनता रूपी कृष्ण है, मेरी जीत तय है। अपनी जीत पर आश्वस्त हर्षवर्धन सिंह चौहान का कहना है कि अगर प्रदेश में खंडित जनादेश आएगा तो वह किसका साथ देंगे। इस पर उन्होंने कहा कि जो जनता कहेगी वही करुंगा।

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