जम्मू-कश्मीर परिसीमन: मिलेगा कश्मीरी पंडितों को उनका हक, घाटी में दो सीटें रिजर्व, जम्मू में 6 सीटें बढ़ी

जम्मू-कश्मीर परिसीमन
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जम्मू-कश्मीर परिसीमन: जम्मू-कश्मीर के लिए आज का दिन महत्वपूर्ण दिन है। परिसीमन आयोग ने केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में विधानसभा की सीटें बढ़ाने का प्रस्ताव दिया है। प्रस्ताव के अनुसार, जम्मू-कश्मीर में विधानसभा सीटों की संख्या अब 83 से बढ़कर 90 हो जाएगी।

कश्मीरी पंडितों के लिए 2 सीटें रिजर्व

परिसीमन आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, 2 सीटें कश्मीरी प्रवासियों के लिए रिजर्व रखी गई है। रिपोर्ट में इन दोनों सीटों के लिए कश्मीरी प्रवासी शब्द का इस्तेमाल किया गया है। आयोग की इस सिफारिश को गजट अधिसूचना के माध्यम से लागू किया जाएगा। पढ़ें- CM Yogi Uttrakhand Visit: उत्तराखंड में CM योगी की बाबा रामदेव ने उतारी आरती, देखें तस्वीरें

बढ़ जाएंगी जम्मू की सीटें

कमीशन के प्रस्ताव के अनुसार, जम्मू-कश्मीर में विधानसभा सीटों की संख्या 83 से बढ़ाकर 90 करने का सुझाव दिया गया है। इसके अलावा पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) के लिए 24 सीटें खाली रखी गई हैं। पहले भी यह सीटें खाली थी।

आयोग ने जो 7 सीटें बढ़ाई है उनमें से 6 सीटें जम्मू के हिस्से आएगी और 1 सीट कश्मीर के हिस्से में होगी। बता दें कि अभी जम्मू में 37 सीटें हैं और कश्मीर में 46 सीटें। प्रस्ताव लागू होने के बाद जम्मू की सीटें बढ़कर 43 हो जाएगी और कश्मीर में विधानसभा सीटें बढ़कर 47 हो जाएगी। नए परिसीमन के बाद विधानसभा में जम्मू का कद बढ़ेगा।

परिसीमन क्या होता है?

किसी भी प्रदेश में निर्वाचन क्षेत्रों की सीमा तय करने की प्रक्रिया परिसीमन कहलाती है। इस मुख्य आधार जनसंख्या होता है लेकिन क्षेत्रफल, भौगोलिक स्थिति, संचार इत्यादि पर भी प्रमुखता से विचार किया जाता है। बता दें कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद इसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांट दिया गया था। जम्मू-कश्मीर को विधानसभा युक्त केंद्रीय प्रदेश और लद्दाख को बिना विधानसभा के केंद्रीय प्रदेश बनाया गया था। नया परिसीमन सिर्फ जम्मू-कश्मीर के लिए है। पढ़ें- Hanuman Chalisa Row: 13वें दिन जेल से रिहा हुई सांसद नवनीत राणा, लीलावती अस्पताल में होगा मेडिकल

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