ED Raid: अशोका विश्वविद्यालय पर जांच एजेंसी का शिकंजा, बैंक से धोखाधड़ी का आरोप
ED Raid: प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में अशोका विश्वविद्यालय के दो संस्थापक सदस्य और एक चार्टर्ड अकाउंटेंट को अरेस्ट किया है। अशोका विश्वविद्यालय की स्थापना में अहम भूमिका निभाने वाले प्रणव गुप्ता और विनीत गुप्ता और सीए एसके बंसल जांच के दायरे में हैं। जांच एजेंसी इन तीनों को चंडीगढ़ की एक कोर्ट में पेश कर सकती है। जहां जांच के लिए उनकी हिरासत की मांग भी करेगी।
ED Raid: धोखाधड़ी मामले में की गई कार्रवाई
इनकी गिरफ्तारी पैराबोलिक ड्रग्स के साथ कथित तौर उनकी संलिप्तता को लेकर की गई है। आरोपी पर बैंकों से 1,626 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप है। हलांकि इन घटनाक्रम पर अशोका विश्वविद्यालय प्रतिक्रिया देते हुए एक बयान जारी कर कहा कि संस्थान का पैराबोलिक ड्रग्स से कोई संबंध नहीं है। विश्वविद्यालय ने इस बात पर भी जोर दिया कि गुप्ता 200 से अधिक संस्थापकों और दानदाताओं में से केवल दो हैं, जिन्होंने विश्वविद्यालय के विकास में योगदान दिया है।
कई स्थानों पर चली छापेमारी
प्रवर्तन निदेशालय ने आर्थिक राजधानी मुंबई और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली सहित कुल 17 स्थानों पर तलाशी ली। अशोका विश्वविद्यालय ने ईडी की इस कार्रवाई पर एक बयान जारी करते हुए अशोका यूनिवर्सिटी का पैराबोलिक ड्रग्स के साथ कोई भी संबंध होने से इनकार किया है।
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