अनुदान का लाभ लेने के लिए भाई-बहन बने फर्जी पति-पत्नी और फिर…
Fraud in Group Marriage: महराजगंज जनपद में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम में एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया। दरअसल लक्ष्मीपुर ब्लाक में बीते 5 मार्च को आयोजित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम में भाई-बहन की कथित शादी कराने के मामले में प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है। अब मामले में आरोपित भाई-बहन के विरुद्ध पुरंदरपुर थाने में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करने के साथ ही लापरवाही करने पर ग्राम विकास अधिकारी मिलिंद चौधरी को निलंबित कर दिया गया है।
वही कार्यक्रम के दिन सत्यापन काउंटर पर लगाए गए तकनीकी सहायक इंद्रेश भारती को ब्लॉक से हटाकर मुख्य विकास अधिकारी कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया है. पूरे प्रकरण की जांच खंड विकास अधिकारी मिठौरा को सौंप दी गई है। वहीं जांच में यह बात सामने आया कि आरोपी युवती की पूर्व में शादी हो चुकी थी. इसके बाद भी ब्लॉक कर्मियों की मिली भगत से उसे 5 मार्च को लक्ष्मीपुर ब्लाक में आयोजित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना का लाभार्थी बना दिया गया.
उसे कार्यक्रम में शामिल कराकर मिलने वाले अनुदान का लाभ दिलाने की योजना थी. किन्हीं कारण से उसका पति उस दिन कार्यक्रम स्थल पर नहीं पहुंच पाया. इसके बाद दुल्हन ने पति की जगह अपने भाई कृष्णा को ही मंडप में बैठा लिया. कार्यक्रम के दौरान ही किसी ने इसका वीडियो बना लिया और यह बात धीरे-धीरे चर्चा में आ गई। सीडीओ ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए भाई-बहन द्वारा धोखाध़ड़ी करने के मामले में मुकदमा दर्ज कराया गया है. वहीं उन्होंने बताया कि ग्राम विकास अधिकारी को भी निलंबित कर दिया गया है. तथा इस पूरे मामले की जांच कराई जा रही है।
रिपोर्टः अजय जयसवाल, संवाददाता, महराजगंज, उत्तरप्रदेश
यह भी पढ़ें: हरियाणा सरकार में मंत्रिमंडल विस्तार, एक कैबिनेट मंत्री, सात को स्वतंत्र प्रभार
Hindi Khabar App: देश, राजनीति, टेक, बॉलीवुड, राष्ट्र, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल, ऑटो से जुड़ी ख़बरों को मोबाइल पर पढ़ने के लिए हमारे ऐप को प्ले स्टोर से डाउनलोड कीजिए।