बिहारः तीन जिलों के शिक्षा पदाधिकारी और डीपीओ पर निंदन की कार्रवाई
Education Department news: बिहार में बीपीएस बहाली के शिक्षकों की तैनाती में गड़बड़ी पाई गई। इस पर प्रदेश शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने निंदन की कार्रवाई की है। इस मामले में तीन जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारी और डीपीओ पर यह कार्रवाई की गई है। दरअसल इन जिलों के कुछ विद्यालयों में निर्धारित संख्या से अधिक शिक्षकों की तैनाती कर दी गई थी।
Education Department news: स्पष्टीकरण का नहीं मिला संतोष जनक जवाब
इसे लेकर इन अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा गया था कि क्यों न आप पर निंदन की कार्रवाई की जाए। इसके संदर्भ में संबंधित अधिकारियों द्वारा संतोषजनक जवाब न देने पर यह कार्रवाई की गई है। यह कार्रवाई सीवान, सारण और समस्तीपुर जिले में की गई है।
Education Department news: कर दी गई रिक्त पदों से अधिक शिक्षकों की भर्ती
बताया गया कि यहां विद्यालय में रिक्त पदों से अधिक शिक्षकों की तैनाती कर दी गई। इस बात को लेकर केके पाठक सख्त नजर आए। सबसे ज्यादा झोल समस्तीपुर में पाया गया है। यहां एक स्कूल में 41 तो वहीं अन्य स्कूल में 33 शिक्षकों की पोस्टिंग की गई। जबकि इन विद्यालयों में इतने पद रिक्त नहीं थे। इस मामले में समस्तीपुर के डीपीओ नरेंद्र सिंह और शिक्षा पदाधिकारी मदन राय पर कार्रवाई की गई।
Education Department news: सारण और सीवान में भी चला केके पाठक का चाबुक
सारण जिले में शिक्षा पदाधिकारी कौशल किशोर पर कार्रवाई की गई। वहीं डीपीओ दिलीप सिंह के खिलाफ भी एक्शन लिया गया। सीवान में जिला पदाधिकारी मिथलेश कुमार, डीपीओ अवधेश कुमार इसी मामले को लेकर निंदन की कार्रवाई की गई है।
क्या होती है निंदन की कार्रवाई
सरकार की ओर से की गई निंदन की कार्रवाई में एक निश्चित अवधि तक प्रमोशन को रोक दिया जाता है। यह लघु दंड के रूप में मानी जाती है।
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