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दुष्कर्म पीड़िता से मिलने के लिए अस्पताल के बाहर पूरी रात सोईं स्वाति मालीवाल, बोलीं – ‘क्या छुपाने की कोशिश…’

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दिल्ली पुलिस ने महिला एवं बाल विकास विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के खिलाफ मुकादमा दर्ज किया है। अधिकारी पर अपने मृत दोस्त की नाबालिग बेटी के साथ कई महीनों तक दुष्कर्म किए जाने का आरोप है। दुष्कर्म पीड़िता बच्ची और उसके परिवार से मिलने पहुंचीं दिल्ली महिला आयोग की चीफ स्वाति मालीवाल ने अस्पताल में बिताई रात के बाद अपनी एक तस्वीर साझा की है, जिसमें वह अस्पताल के फर्श पर बैठी हुई दिख रही हैं।

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रातभर अस्पताल में दिया धरना

सोशल मीडिया साइट एक्स पर अपनी तस्वीर साझा करते हुए स्वाति मालीवाल ने लिखा कि कल दोपहर 12 बजे से मैं पीड़िता बच्ची या उसके परिवार से मिलने के लिए अस्पताल के बाहर बैठी हूँ। रात को अस्पताल के बाहर ही सोई। NCPCR को लड़की की माँ से मिलवा सकते हैं तो मुझे क्यों रोकने के लिए बोला गया है? क्या छुपाने की कोशिश है?

अन्य पीड़ित परिवार से मिलीं स्वाति मालीवाल

मंगलवार (22 अगस्त) की सुबह स्वाति मालीवाल एक अन्य पीड़ित परिवार से मिलीं। उन्होंने एक्स पर तस्वीर शेयर करते हुए लिखा कि अभी एक परिवार से मिली। इनका आरोप है कि इनकी 42 साल की बेटी को उसका लिव इन पार्टनर बेल्ट से मारता था और उसने उनका मर्डर कर दिया है। कल मामला रिपोर्ट हुआ पर अभी तक दिल्ली पुलिस ने एफआईआर नहीं की है। हम पुलिस को नोटिस इशू कर रहें है। तुरंत एफआईआर और अरेस्ट होना चाहिए।

सौरभ भारद्वाज का भाजपा पर निशाना

इस पूरे मामले पर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस इतनी मजबूर है कि दिल्ली महिला आयोग की चीफ को पीड़िता से मिलने नहीं दे रही है। उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि ऐसा क्या है जिसे भाजपा और दिल्ली पुलिस छुपाने की कोशिश कर रही है? क्या वे इससे जुड़े हैं? क्या किसी तरह की मिलीभगत है? क्या दिल्ली पुलिस ने भाजपा के दबाव के कारण उन्हें गिरफ्तार नहीं किया था। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि स्वाति मालीवाल को पीड़िता से न मिलने देने की क्या वजह है? जो भी सरकारी अधिकारी इस तरह गिरफ्तार होगा, उसे सस्पेंड कर दिया जाएगा। मामला चलने तक वे निलंबित रहेंगे, दिल्ली सरकार सर्वश्रेष्ठ वकील नियुक्त करने का प्रयास करेगी और यह सुनिश्चित करेगी कि दोषी को उचित सजा मिले।

क्या है पूरा मामला

जानकारी के मुताबिक नाबालिग लड़की बारहवीं कक्षा की छात्रा है और साल 2020 में उसके माता-पिता का निधन हो गया था। जिसके बाद आरोपी अपने करीबी दोस्त की बेटी को अपने घर ले आया। अब अधिकारी पर आरोप है कि उसने 2020 से 2021 के बीच कई बार नाबालिग बच्ची के साथ बलात्कार किया। इतना ही नहीं, अधिकारी पर आरोप है कि जब किशोरी गर्भवती हो गई, तो आरोपी ने इस बारे में अपनी पत्नी को बताया तो पत्नी ने कथित तौर पर उसका गर्भपात करा दिया। नाबालिग लड़की ने अपने ऊपर हुए अत्याचार की शिकायत थाने में दर्ज कराई है। उसने अपनी शिकायत में पुलिस को बताया कि अधिकारी ने 2020 और 2021 के बीच कई महीनों तक उसका यौन उत्पीड़न, शारीरिक उत्पीड़न और बार-बार बलात्कार किया।

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